Trikhal dosh | त्रिखल जन्म फल तथा शांति क्या होती है और इसे कैसे करवाएं
Trikhal dosh | त्रिखल जन्म फल तथा शांति क्या होती है और इसे कैसे करवाएं आपने अकसर सुना होगा कि तीन बहनों के बाद बहुत ही मुश्किल से बेटे का जन्म हुआ था। घर में सारी बहने उस भाई को राखू बांधती थी। मां-बाप का एकलौता ही पुत्र था लेकिन पता नहीं भगवान को क्या मंजूर था कि किसी बीमारी या दुर्घटना में वह पर लोग सिधार गया। या उसके आने के बाद घर में अजीब-अजीब बातें होने लग गई। दूसरी तरफ तीन भाइयों के बाद बेटी होेने के बाद भी यदि ऐसा ही होता है तो इसे त्रिखल दोष माना जाता है। इसका शास्त्रों में इसका निवारण करवाने का विधान व विधी बताई गई है। जैसे हर शंका का निवारण होता है उसी प्रकार वैसे ही हर समस्या का भी निवारण ज्योतिष शास्त्र में विस्तार से बताया गया है। जातक या जातिका के जन्म के बाद या जब भी समय मिले इसका निवारण करवा लेना चाहिए। जब तीन कन्याओं के पश्चात लड़के का जन्म होता है या तीन लड़कियों के बाद लड़के का जन्म होता है तो इसे त्रिखल दोष माना जाता है। इसे दोषकारक माना जाता है। इस दोष के चलते लड़का पिता , नानके पक्ष को हानि तथा कन्या माता के लिए कष्टकारी होते हैं। त्रिखल शांति करवा लेने