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अशुभ स्थिति में राहू करवाता है तलाक

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for more information call or whatsapp +91 98726 65620 विवाह के बाद तलाक किन ग्रहों के कारण होता है आजकल तलाक के केस बहुत बढ़ते जा रहे हैं।  तलाक की अशुभ स्थिति कुंडली में तब दिखाई देती है जब 2,7,11 भावों में अशुभ ग्रह हों तथा इन पर प्रभाव भी अशुभ पड़ रहा हो। यदि विवाह के कारक ग्रह और ये भाव शनि,राहु व केतु के अशुभ प्रभाव अधीन हों तो विवाह विच्छेद निश्चित ही होता है। हमने देख लिया है कि विवाह,गृहस्थ जीवन से संबंधित भावों, सूचक व कारक ग्रह ों पर अशुभ ग्रहों की नजर अथवा कुप्रभाव किस प्रकार गृहस्थ जीवन को दुखों में बदल देता है और मन अशांत कर देता है।  विवाह पर राहू,केतु शनि आदि प्रभाव डालते हैं लेकिन जिसका सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ता है वो है राहू। यदि राहू विवाह सूचक, कारक ग्रहों अथवा भावों के स्वामियों से संबंधित होता है तो किसी न किसी पक्ष से अशांति ही देता है। यदि राहू चंद्र ग्रह के साथ होता है तो मानसिक चिंता, पत्नी की मानसिक स्थिति में असंतुलन होता है। मंगल-राहू,अडिय़ल स्वभाव अथवा दूसरों की भावनाओं को ठेस पहुंचे। शुक्र-राहू, पत्नी के अलावा किसी अन्य स्त्री से संबंध के कारण अथवा

राहु है छाया ग्रह पर डालता है बहुत प्रभाव

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राहु है छाया ग्रह पर डालता है बहुत प्रभाव  वैसै तो हमारे जीवन हर ग्रह अपना प्रभाव डालता है। सूर्य, चंद्र, मंगल, शनि शुक्र आदि ग्रह अपना प्रभाव डालते रहते हैं। राहु ग्रह न होकर ग्रह की छाया है, हमारी धरती की छाया या धरती पर पडऩे वाली छाया। राहु के उपाए यदिठीक समय पर कर लिए जाएं तो परिस्थितियां प्रतिकूल हो जाती हैं। व्यक्ति अच्छे व बढिय़ा निर्णय लेने लगता है। खुश रहता है और इसमें आत्मविश्वास बढ़ जाता है। नींद अच्थी आती है और अच्छे सपने आते हैं। हर समस्या का समाधान बहुत ही अच्छे तरीके से वह निकालने की क्षमता रखता है। राहू अच्छा हो तो जातक को जीवन में तरक्की मिलती है। कहते हैं कि रोज पीपल की छाया में सोने वाले को किसी भी प्रकार का रोग नहीं होता लेकिन यदि बबूल की छाया में सोते रहें तो दमा या चर्म रोग हो सकता है। इसी तरह ग्रहों की छाया का हमारे जीवन में असर होता है। राहु ग्रह हमारी बुद्धि का कारण है, लेकिन जो ज्ञान हमारी बुद्धि के बावजूद पैदा होता है उसका कारण राहु है। कुंडली में राहु तीसरे, छठे व ग्यारहवें भाव में मौज़ूद हो तो शुभ फल प्रदाता हो जाता है। तीसरे भाव में स्थित राहु पर