कहानी एक आम इंसान की जो महान था
कहानी एक आम इंसान की है। इसमें कोई तड़का नहीं बस एक सच्ची कहानी है जिसके पात्रों के नाम व स्थान बदल दिए गए हैं। जुगनू अपनी 2 बहनों के बाद अभी पैदा ही हुआ था कि उसके पिता ने उसकी मां को छोड़ कर किसी दूसरी महिला से शादी रचा ली और उसे अकेले छोड़ दिया। अकेली मां 3 बच्चों को कैसे पालती फिर भी उसने हिम्मत न हारी और अपने बच्चों का पालन पोषण किया। गरीबी में दिन काटे लेकिन अपने बच्चों को बड़ा किया। बच्चियों को बड़ा किया और उनकी शादी करवा दी। जुगनू जवान हुआ तो मां चल बसी। अब वह अकेला रह गया। किसी तरह मेहनत मजदूरी करके काम चलाने लगा। जुगनू गांव की लड़की रानो को बहुत प्यार करता था लेकिन वह उससे अपने प्रेम का इजहार न कर सका। बस रोज देखता और उसे पाने के दिन रात सपने देखता। एक दिन जुगनू को पता चला कि रानो का विवाह पक्का हो गया है तो वह बहुत रोया। उसका एकतरफा प्यार मिट्टी के किले की तरह ढह गया था। बहुत रोया था लेकिन कुछ भी न कर सका। रानो की शादी हो गई और वह अपने ससुराल चली गई। जुगनू हर पल उसके प्यार में तड़फता रहता लेकिन जिसे वह प्यार करता था उसे कुछ भी इसका आभास न था। इस तरह 10 साल बीत गए ।