व्यापार में वृद्धि तथा व्यापार-बंधन निरस्तीकरण के लिए उपयोगी मंत्र
व्यापार में वृद्धि तथा व्यापार-बंधन निरस्तीकरण के लिए उपयोगी मंत्र यदि आपका व्यापार नहीं चल रहा और आपको घाटा पड़ रहा है तो हम आपको उपयोगी मंत्र बताएंगे। इसके उपयोग से आपका काम चल पड़ेगा। मंत्र है- ओम दक्षिण भैरवाय भूत-प्रेत बंध, तंत्र-बंध निग्रहनी,सर्वशत्रु संहारिणी कार्य सिद्धि कुरु-कुरु स्वाहा।। इसका प्रयोग करने की विधि है- गोरोचन, कपूर,गुलाल और छार,छबीला को समान मात्रा में लेकर उन्हें पीसकरआपस में मिलाकर मिश्रण तैयार कर लें। इसके बाद मिश्रण को उपरोक्त मंत्र से 108 बार अभिमंत्रित करें। इस अभिमंत्रित मिश्रण को उपरोक्त मंत्र का ही निरंतर जाप करते हुए सुबह दुकान खोलने से पहले दुकान के सामने बिखेर कर दुकान खोल लें। किसी रविवार से शुरु करके यह प्रयोग निरंतर 5 दिन तक करना चाहिए। प्रतिदिन प्रयोग विधि एक समान रहेगी। इस प्रयोग के प्रभाव से दुकान पर किया बंधन दूर हो जाएगा और व्यापार निर्बाध रूप से आगे बढ़ेगा। लाभ में बढ़ौतरी होगी तथा ग्राहकों की संख्या में भी बढ़ौतरी होगी। इस मंत्र को हर रोज 108 बार जप करने से लाभ होगा। for more information call or whatsapp +91 98726 65620 www.bhrig