विश्वास व अंधविश्वास का मनोविज्ञान क्या है ?
विश्वास व अंधविश्वास का मनोविज्ञान क्या है? विश्वास व अंधविश्वास का आपस में गहरा संबंध है, विश्वास है किसी दायरे से बाहर रहना और अंधविश्वास किसी दायरे में चले जाना। जो इस दायरे के अंदर हैं वे बाहर वालों को अंदर और जो बाहर हैं वे चाहते हैं कि अंदर वाले बाहर आ जाएं। बस यह कशमकश चलती रहती है। विश्वास व अंधविश्वास दोनों कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है और न ही प्रमाण है लेकिन दोनों ही स्वंय को वैज्ञानिक साबित करने का प्रयास करते हैं। एक कहता है कि वह ईेश्वर पर विश्वास करता है और दूसरा कहता है कि वह ईश्वर पर विश्वास नहीं करता, दोनों दावा अपने विश्वास को वैज्ञानिक तौर पर प्रमाणित करने का दावा पेश करते हैं जो सदियों से करते रहे हैं। हर मानव किसी न किसी विश्वास को लेकर चलता है, यह शिफ्ट भी होता रहता है। मान लो किसी को नौकर की बहुत जरूरत है वह या तो उसके बारे में उसके मुंह से सुनकर उसे रखता है या उसकी पूरी जानकारी प्राप्त करने के बाद रखता है , कई बार उसकी जरूरत इतनी तीव्र होती है कि वह उसे वैसे ही विश्वास पर रख लेता है क्योंकि उसके पास और कोई चारा नहीं होता। बच्चे माता-पिता पर बहुत विश्वास करते है