राहु व केतु ग्रह क्या होते हैं
राहु व केतु ग्रह क्या होते हैं ज्योतिष में नव ग्रहों का ही मुख्य रोल होता है। इन ग्रहों में राहु केतु के बारे मेें आज हम बात करेंगे। इन दोनों ग्रहों को छाया ग्रह के कहा जाता है क्योंकि ये दोनों ग्रह बाकी ग्रहों की तरह ठोस नहीं हैं,ये हवा की तरह ही हैं। इन दोनों ग्रहों को पापी ग्रह भी कहा जाता है। इन दोनों ग्रहों का अपना कोई अस्तित्व नहीं होता, इसीलिए ये जिस ग्रह के साथ बैठते हैं उसी के अनुसार अपना प्रभाव देने लगते हैं। ऐसे योग भी बनते हैं जब कुंडली में ये शुभ प्रभाव देते हैं। जातक की कुंडली में जब इनकी महादशा चल रही होती है तो जातक परेशान रहता है। इनकी महादशा को शांत करने के लिए उचित उपाय करने पड़ते हैं। प्रभाव शुभ प्राप्त होता है। कुंडली में इन दोनों ग्रहों की स्थिति ठीक हो तो ये लाभ देते हैं और यदि ठीक न हो तो लाभ की जगह नुक्सान देते हैं। पौराणिक कथा के अनुसार जब देवता व असुर मिलकर समुद्र मंथन कर रहे थे तो अमृत निकलने पर एक असुर ने अपना रूप बदल लिया और देवताओं की पंक्ति में बैठ गया और अमृत लेने का इंतजार करने लगा। इस बात का सूर्य व चंद्र को पता चल गया। उन्होंने उसकी पहचा