मूल नक्षत्र कौन-कौन से हैं इनके प्रभाव क्या हैं और उपाय कैसे होता है- Gand Mool 2023
मूल नक्षत्र कौन-कौन से हैं इनके प्रभाव क्या हैं और उपाय कैसे होता है
गंडमूल नक्षत्रों में पैदा हुए बच्चों के बारे में अलग-अलग विचार हैं। लोगों को पूरी जानकारी न होने के कारण वे छोड़े परेशान हो जाते हैं। गंडमूल नक्षत्रों में पैदा हुए बच्चों को जिस नक्षत्र मेंवे पैदा हुए होते हैं उसी नक्षत्र में उनकी पूजा की जाती है। कर्मकांड में पारंगत पंडित जी या निपुण ज्योतिषि इस काम को बहुत ही अच्छे ढंग से कर देते हैं। लोगों को इसके लिए ज्यादा परेशान होने की अावश्यकता नहीं है। भगृपंडित जी के पास 25 साल का अनुभव है अौर वह इस काम को अच्छे ढंग से करवा देते हैं। हम अापको मूल नक्षत्रों की पूरी जानकारी व पूजा का पूरा विधान यहा बता रहे हैं। Gandmool dates 2021 september 2022 ki Date Neeche hai AAge
गंड मूल नक्षत्रों के लिए हर कोई जानना चाहता है। इन नक्षत्रों में पैदा हुए 2500 जातकों के जीवन को जांचा गया। प्राचीन काल में ऋषि मुनियों ने यह कार्य किया था। वर्तमान में ऐसा इसलिए किया गया कि जाना जा सके कि इनके प्रभावों का क्या परिणाम है। जांच में सभी बातें सटीक व सी पाई गईं।
What are Gandmool Nakshatra?- ज्येष्ठा आश्लेषा और रेवती,मूल मघा और अश्विनी यह नक्षत्र मूल नक्षत्र कहलाये जाते हैं,इन नक्षत्रों के अन्दर पैदा होने वाला जातक किसी न किसी प्रकार से पीडि़त होता है,ज्येष्ठा नक्षत्र में पैदा होने वाले के अगर इन नक्षत्र को शांत नहीं करवाया गया तो यह जातक को तुरंत सात महीने के अन्दर से दुष्प्रभाव देना चालू कर देता है। अगर किसी प्रकार से जातक खुद बड़ा है,तो माता पिता को अलग कर देता है,और खुद छोटा है,तो अपने से बड़े को दूर कर देता है या अन्त कर देता है। यही बात अश्लेशा नक्षत्र के बारे में कही जाती है कि अगर पहले पद मे जन्म हुआ है तो माता को त्याग देता है, दूसरे पाये में पिता को त्याग देता है, तीसरे पाये में अपने बड़े भाई या बहन को और चौथे पाये में अपने को ही सात दिन, सात महीने, सात वर्ष के अन्दर सभी प्रभावों को दिखा देता है।
अभुक्त मूल विचार Moola Gandmool
ज्येष्ठा नक्षत्र की अन्त की दो घड़ी तथा मूल नक्षत्र की आदि की दो घड़ी अभुक्त मूल कहलाती है,लेकिन यह बातें तब मानी जाती थीं,जब जातक के माता पिता पहले से ही धर्म कार्यों के अन्दर खुद को लगा कर रखते थे, मगर आज के जमाने में सभी भौतिक कारणों से और कुछ कारण दोनों नक्षत्रों की चारों ही घड़ी अभुक्त मूल कहलाने लगी हैं, इन दो नक्षत्रों में पैदा होने वाला जातक अपने मामा या पिता परिवार को बर्बाद कर देता है, अथवा खुद ही बर्बाद हो जाता है। कर्क लगन मे और कर्क राशि के अन्दर पैदा हुआ जातक अश्लेषा का जातक कहा जाता है,यह पिता के लिये भारी कहा जाता है, माता को परदेश वास देता है तथा धन के लिये माता को सभी सुख देता है और पिता को मरण देता है। nakshtra ke charan
गंडमूल नक्षत्र 2019
प्रारम्भ काल समाप्ति काल
3 जनवरी ज्येष्ठा 11.03 5 जनवरी मूला 15.08 तक
13 जनवरी रेवती 11.06 15 जनवरी अश्विनी 13.56
21 जनवरी आष्लेषा 26.27 23 जनवरी मघा 20.47
30 जनवरी ज्येष्ठा 16.40 1 फरवरी मूला 21.07
9 फरवरी रेवती 17.30 11फरवरी अश्विनी 21.13
18 फरवरी आष्लेषा 14.02 20 फरवरी मघा 8.00
26 फरवरी ज्येष्ठा 23.04 28 फरवरी मूला 10.10
5 अप्रैल रेवती 5.36 बजे 7 अप्रैल अश्विनी 8.44
14 अप्रैल आष्लेषा 7.40 16 अप्रैल मघा 4.01
22 अप्रैल ज्येष्ठा 16.45 24 अप्रैल मूल 18.35
14 April Ashlesha From 07:40 16 April Magha Till 04:01
22 April Jyeshtha From 16:45 24 April Mool Till 18:35
2 May Revati From 13:02 04 May Ashwini Till 15:47
11 May Ashlesha From 13:13 13 May Magha Till 10:27
19 May Jyeshtha From 26:07 21 May Mool Till 27:31
29 May Revati From 21:18 31 May Ashwini Till 24:12
7 June Ashlesha From 18:56 9 June Magha Till 15:59
16 June Jyeshtha From 10:07 18 June Mool Till 11:50
26 June Revati From 05:38 28 June Ashwini Till 09:12
4 July Ashlesha From 26:30 6 July Magha Till 22:10
13 July Jyeshtha From 16:27 15 July Mool Till 18:52
23 July Revati From 13:14 25 July Ashwini Till 17:39
1 August Ashlesha From 12:12 3 August Magha Till 06:44
9 August Jyeshtha From 21:58 11 August Mool Till 24:45
19 August Revati From 19:48 21 August Ashwini Till 24:47
28 August Ashlesha From 22:55 30 August Magha Till 17:11
6 September Jyeshtha From 04:09 8 September Mool Till 06:29
15 September Revati From 25:45 18 September Ashwini Till 06:44
25 September Ashlesha From 08:53 27 September Magha Till 04:01
3 October Jyeshtha From 12:10 5 October Mool Till 13:19
13 October Revati From 07:53 15 October Ashwini Till 12:30
22 October Ashlesha From 16:39 24 October Magha Till 13:18
30 October Jyeshtha From 21:59 1 November Mool Till 21:52
9 November Revati From 14:56 11 November Ashwini Till 19:17
18 November Ashlesha From 22:21 20 November Magha Till 20:05
27 November Jyeshtha From 08:12 29 November Mool Till 07:34
6 December Revati From 22:57 9 December Ashwini Till 03:30
16 December Ashlesha From 04:01 17 December Magha Till 16:50
24 December Jyeshtha From 16:58 26 December Mool Till 16:50
Ganad Mool Dates in 2020
3-Jan 7:20 5-Jan 12:27
12-Jan 11:49 14-Jan 7:55
20-Jan 23:30 22-Jan 24:20:00
30-Jan 15:12 1-Feb 20:53
February,2020
8-Feb 22:05 10-Feb 17:06
16-Feb 28:53:00 18-Feb 30:06:00
26-Feb 22:08 28-Feb 28:03:00
March,2020
7-Mar 9:05 8-Mar 28:10:00
15-Mar 11:23 17-Mar 11:46
24-Mar 28:19:00 27-Mar 10:09
April,2020
3-Apr 18:40 5-Apr 14:57
11-Apr 20:11 13-Apr 19:02
21-Apr 10:22 23-Apr 16:05
30-Apr 25:52:00 2-May 23:40
May,2020
9-May 6:33 10-May 28:13:00
18-May 16:58 20-May 22:37
28-May 7:27 30-May 6:03
June,2020
5-Jun 16:43 7-Jun 14:10
14-Jun 24:21:00 17-Jun 6:04
24-Jun 13:10 26-Jun 11:26
July,2020
2-Jul 25:13:00 4-Jul 23:22
12-Jul 8:18 14-Jul 14:06
21-Jul 20:30 23-Jul 17:44
30-Jul 7:40 1-Aug 6:48
August,2020
8-Aug 16:12 10-Aug 22:05
17-Aug 29:43:00 19-Aug 26:07:00
26-Aug 13:04 28-Aug 12:37
September,2020
4-Sep 23:28 6-Sep 29:23:00
14-Sep 15:52 16-Sep 12:20
22-Sep 19:18 24-Sep 18:09
October,2020
1-Oct 29:57:00 4-Oct 11:52
11-Oct 25:19:00 13-Oct 22:54
19-Oct 27:52:00 21-Oct 25:13:00
29-Oct 12:00 31-Oct 17:58
November,2020
8-Nov 8:45 10-Nov 7:56
16-Nov 14:36 18-Nov 10:40
25-Nov 18:20 27-Nov 24:22:00
December,2020
5-Dec 14:27 7-Dec 14:32
13-Dec 25:40:00 15-Dec 21:31
22-Dec 25:37:00 25-Dec 7:36
Below are Moola Nakshatra dates in 2021
Mool Nakshatra Date and Time 2021 - North - East - South of India
This time is applicable in Delhi, Rajasthan, Uttar Pradesh, Bihar, Jharkhand, Madhya Pradesh, Haryana, Punjab, Himachal Pradesh, Uttarakhand, Chhattisgarh, Orissa, West Bengal, Kerala, Tamil Nadu, Telangana, Andhra Pradesh, Karnataka, Pondicherry, Jammu and Kashmir, Manipur, Tripura, Assam, Meghalaya, Arunachal Pradesh, Nagaland, Mizoram and Andaman and Nicobar.
Gandmool Nakshatra Vichar in October 2022
Ganda Mool Begins : Saturday, 01 October 2022 at 04:19 am
Ganda Mool Ends : Monday, 03 October 2022 at 01:53 am
Ganda Mool Begins : Sunday, 09 October 2022 at 04:21 pm
Ganda Mool Ends : Tuesday, 11 October 2022 at 04:17 pm
Ganda Mool Begins : Wednesday, 19 October 2022 at 08:02 am
Ganda Mool Ends : Friday, 21 October 2022 at 12:28 pm
Ganda Mool Begins : Friday, 28 October 2022 at 10:42 am
Ganda Mool Ends : Sunday, 30 October 2022 at 07:26 am
Gandmool Nakshatra Vichar in November 2022
Ganda Mool Begins : Saturday, 05 November 2022 at 11:56 pm
Ganda Mool Ends : Tuesday, 08 November 2022 at 00:37 am
Ganda Mool Begins : Tuesday, 15 November 2022 at 04:13 pm
Ganda Mool Ends : Thursday, 17 November 2022 at 09:21 pm
Ganda Mool Begins : Thursday, 24 November 2022 at 07:37 pm
Ganda Mool Ends : Saturday, 26 November 2022 at 02:58 pm
Gandmool Nakshatra Vichar in December 2022
Ganda Mool Begins : Saturday, 03 December 2022 at 05:45 am
Ganda Mool Ends : Monday, 05 December 2022 at 07:15 am
Ganda Mool Begins : Monday, 12 December 2022 at 11:36 pm
Ganda Mool Ends : Thursday, 15 December 2022 at 05:16 am
Ganda Mool Begins : Thursday, 22 December 2022 at 06:33 am
Ganda Mool Ends : Saturday, 24 December 2022 at 01:13 am
Ganda Mool Begins : Friday, 30 December 2022 at 11:24 am
Ganda Mool Ends : Sunday, 01 January 2023 at 12:48 pm
Mool Dates- 2023
Start On Ends On
Date Day Time Date Day Time
Ganda Mool Nakshatra January 2023
30 December
2023 Friday 11:24 AM 1 January
2023 Sunday 12:48 PM
9 January
2023 Monday 06:05 AM 11 January
2023 Wednesday 11:50 AM
18 January
2023 Wednesday 05:23 PM 20 January
2023 Friday 12:40 PM
26 January
2023 Thursday 06:57 PM 28 January
2023 Saturday 07:06 PM
Start On Ends On
Date Day Time Date Day Time
Ganda Mool Nakshatra February 2023
5 February
2023 Sunday 12:13 PM 7 February
2023 Tuesday 05:45 PM
15 February
2023 Wednesday 02:02 AM 16 February
2023 Thursday 10:53 PM
23 February
2023 Thursday 04:50 AM 25 February
2023 Saturday 03:27 AM
Start On Ends On
Date Day Time Date Day Time
Ganda Mool Nakshatra March 2023
4 March
2023 Saturday 06:41 PM 7 March
2023 Tuesday 12:05 AM
14 March
2023 Tuesday 08:13 AM 16 March
2023 Thursday 06:24 AM
22 March
2023 Wednesday 03:32 PM 24 March
2023 Friday 01:22 PM
Start On Ends On
Date Day Time Date Day Time
Ganda Mool Nakshatra April 2023
1 April
2023 Saturday 01:57 AM 3 April
2023 Monday 07:24 AM
10 April
2023 Monday 01:39 PM 12 April
2023 Wednesday 11:59 AM
19 April
2023 Wednesday 01:01 AM 20 April
2023 Thursday 11:11 PM
28 April
2023 Friday 09:53 AM 30 April
2023 Sunday 03:30 PM
Start On Ends On
Date Day Time Date Day Time
Ganda Mool Nakshatra May 2023
7 May
2023 Sunday 08:21 PM 9 May
2023 Tuesday 05:45 PM
16 May
2023 Tuesday 08:15 AM 18 May
2023 Thursday 07:22 AM
25 May
2023 Thursday 05:54 PM 27 May
2023 Saturday 11:43 PM
Start On Ends On
Date Day Time Date Day Time
Ganda Mool Nakshatra June 2023
4 June
2023 Sunday 05:03 AM 6 June
2023 Tuesday 01:23 AM
12 June
2023 Monday 01:49 PM 14 June
2023 Wednesday 01:40 PM
22 June
2023 Thursday 01:21 AM 24 June
2023 Saturday 07:19 AM
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Date Day Time Date Day Time
Ganda Mool Nakshatra July 2023
1 July
2023 Saturday 03:04 PM 3 July
2023 Monday 11:02 AM
9 July
2023 Sunday 07:29 PM 11 July
2023 Tuesday 07:04 PM
19 July
2023 Wednesday 07:58 AM 21 July
2023 Friday 01:58 PM
29 July
2023 Saturday 12:55 AM 30 July
2023 Sunday 09:32 PM
Start On Ends On
Date Day Time Date Day Time
Ganda Mool Nakshatra August 2023
6 August
2023 Sunday 02:54 AM 8 August
2023 Tuesday 01:16 AM
15 August
2023 Tuesday 01:59 PM 17 August
2023 Thursday 07:58 PM
25 August
2023 Friday 09:14 AM 27 August
2023 Sunday 07:16 AM
Start On Ends On
Date Day Time Date Day Time
Ganda Mool Nakshatra September 2023
2 September
2023 Saturday 12:30 PM 4 September
2023 Monday 09:26 AM
11 September
2023 Monday 08:01 PM 14 September
2023 Thursday 02:01 AM
21 September
2023 Thursday 03:35 PM 23 September
2023 Saturday 02:56 PM
29 September
2023 Friday 11:18 PM 1 October
2023 Sunday 07:27 PM
Start On Ends On
Date Day Time Date Day Time
Ganda Mool Nakshatra October 2023
29 September
2023 Friday 11:18 PM 1 October
2023 Sunday 07:27 PM
9 October
2023 Monday 02:45 AM 11 October
2023 Wednesday 08:45 AM
18 October
2023 Wednesday 09:01 PM 20 October
2023 Friday 08:41 PM
27 October
2023 Friday 09:25 AM 29 October
2023 Sunday 05:54 AM
Start On Ends On
Date Day Time Date Day Time
Ganda Mool Nakshatra November 2023
5 November
2023 Sunday 10:29 AM 7 November
2023 Tuesday 04:24 PM
15 November
2023 Wednesday 03:24 AM 17 November
2023 Friday 02:17 AM
23 November
2023 Thursday 05:16 PM 25 November
2023 Saturday 02:56 PM
Start On Ends On
Date Day Time Date Day Time
Ganda Mool Nakshatra December 2023
2 December
2023 Saturday 06:54 PM 5 December
2023 Tuesday 12:35 AM
12 December
2023 Tuesday 11:57 AM 14 December
2023 Thursday 09:47 AM
20 December
2023 Wednesday 10:58 PM 22 December
2023 Friday 09:36 PM
30 December
2023 Saturday 03:10 AM 1 January
2023 Monday 08:36 AM
मूल शांति के उपाय
ज्येष्ठा मूल या अश्विनी नक्षत्र में जन्म लेने वाले जातक के लिये नीचे लिखे मंत्रों का जाप 28000 जाप करवाने चाहिये,और 28वें दिन जब वही नक्षत्र आये तो मूल शान्ति का प्रयोजन करना चाहिये,जिस मन्त्र का जाप किया जावे उसका दशांश हवन करवाना चाहिये,और 28 ब्राह्मणों को भोजन करवाना चाहिये,बिना मूल शांति करवाये मूल नक्षत्रों का प्रभाव दूर नही होता है।
मंत्र
"ऊँ मातवे पुत्र पृथ्वी पुरीत्यमग्नि पूवेतो नावं मासवातां विश्वे र्देवेर ऋतुभि: सं विद्वान प्रजापति विश्वकर्मा विमन्चतु॥"
मूल नक्षत्र का बड़ा मंत्र यह है,इसके बाद छोटा मंत्र इस प्रकार से है-
"ऊँ एष ते निऋते। भागस्तं जुषुस्व।"
ज्येष्ठा नक्षत्र का मंत्र इस प्रकार से है-
"ऊँ सं इषहस्त-सनिषांगिर्भिर्क्वशीस सृष्टा सयुयऽइन्द्रोगणेन। सं सृष्टजित्सोमया शुद्धर्युध धन्वाप्रतिहिताभिरस्ता।"
आश्लेषा मंत्र
"ऊँ नमोऽर्स्तु सर्पेभ्यो ये के च पृथ्वीमनु। ये अन्तरिक्षे ये दिवि तेभ्य: सर्पेभ्यो नम:॥"
मूल शांति की सामग्री
घड़ा एक,करवा एक,सरवा एक, पांच प्रकार के रंग, नारियल एक, 50 सुपारी, दूब, कुशा, बतासे, इन्द्र जौ, भोजपत्र, धूप, कपूर आटा चावल 2 गमछे, दो गज लाल कपड़े चंदोवे के लिये, मेवा 50 ग्राम, पेड़ा 50 ग्राम, बूरा 50 ग्राम, केला चार, माला दो, 27 पेड़ों की लकड़, 27 वृक्षों के अलग-अलग पत्ते, 27 कुंओं का पानी, गंगाजल, यमुना जल, हरनन्द का जल, समुद्र का जल अथवा समुद्र फेन, आम के पत्ते, पांच रत्न, पंच गव्य वन्दनवार, हल, 2 बांस की टोकरी, 101 छेद वाला कच्चा घड़ा, 1 घंटी 2 टोकरी छायादान के लिये, 1 मूल की मूर्ति स्वनिर्मित, बैल गाय 27 सेर सतनजा, 7 प्रकार की मिट्टी, हाथी के नीचे की घोड़े के नीचे की गाय के नीचे की तालाब की सांप की बांबी की नदी की और राजद्वार की वेदी के लिये पीली मिट्टी।
हवन सामग्री
चावल एक भाग,घी दो भाग बूरा दो भाग, जौ तीन भाग, तिल चार भाग,इसके अतिरिक्त मेवा अष्टगंध इन्द्र जौ,भोजपत्र मधु कपूर आदि। एक लाख मंत्र के एक सेर हवन सामग्री की जरूरत होती है,यदि कम मात्रा में जपना हो तो कम मात्रा में प्रयोग करना चाहिये।
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