नवग्रहों की पूजा व दान से होती हैं समस्याएं दूर

नवग्रहों की पूजा व दान से होती हैं समस्याएं दूर

नव ग्रहों के  पूजन से व इनसे संबंधित वस्तुओं के दान से ग्रहों की पीड़ा दूर हो जाती है।
जातक को जीवन में कई समस्याएं आती हैं लेकिन वह इनका कारण नहीं जान पाता। वह नहीं जान पाता कि किस ग्रह का नेगेटिव प्रभाव उसके जीवन पर डाल रहा है। जातक की कुंडली में यदि कोई ग्रह कमजोर है या अशुभ भाव का स्वामी है तथा अन्य भाव को देख कर अपना अशुभ प्रभाव दे रहा हो तो उस ग्रह को शांत करना आवश्यक होता हैं जिस्से ग्रह अपना प्रतिकूल प्रभाव के स्थान पर अनुकूल प्रभाव प्रदान करें।
 किसी भी ग्रह के प्रभाव को अनुकूल बनाने का सरल उपाय हैं उस ग्रह से संबंधिक वस्तु विशेष का जल प्रवाह या दान करना, जिस्से ग्रह के अशुभ प्रभाव को कम किया जा सके।
 सूर्य दिन रविवार यदि यह ग्रह नेगेटिव प्रभाव दे रहा है तो इस सूर्य ग्रह की शांति के लिए गेहूँ, ताँबा, घी, गुड़, माणिक्य, लाल कपड़ा, मसूरकी दाल, कनेर या कमल के फूल, गौ दान करने से शुभ फल कि प्राप्ति होती हैं
चंद्र का दिन सोमवार है। जब यह ग्रह नेगेटिव हो तो इसके निमित्त उपाय करने चाहिएं।
चंद्र ग्रह की शांति हेतु मोती, चाँदी, चावल, चीनी, जल से भरा हुवा कलश, सफेद कपड़ा, दही, शंख, सफेद फूल, साँड आदि का दान करने से शुभ फल कि प्राप्ति होती हैं मंगल ग्रह का वार मंगलवार है। मंगल ग्रह की शांति हेतु मूंगा, मसूर, घी, गुड़, लाल कपड़ा, रक्त चंदन, गेहूँ, केसर, ताँबा, लाल फूल का दान करने से शुभ फल कि प्राप्ति होती हैं
 बुध ग्रह का बार बुधवार होता है। इस ग्रह की शांति के लिए इसके निमित्त दान देना चाहिए।
बुध की शांति हेतु हरे पन्ना, मूँग, घी, हरा कपड़ा, चाँदी, फूल, काँसे का बर्तन, कपूर का दान करने से शुभ फल कि प्राप्ति होती हैं। बृहस्पति ग्रह को गुरु भी कहा जाता है। इसका दिन वीरवार है।
बृहस्पति ग्रह कि शांति हेतु पुखराज, चने की दाल, हल्दी, पीला कपड़ा, गुड़, केसर, पीला फूल, घी और सोने की वस्तुओं का दान करने से शुभ फल कि प्राप्ति होती हैं
 शुक्र  ग्रह  शांति हेतु श्वेत रत्न, चाँदी, चावल, दूध, सफेद कपड़ा, घी, सफेद फूल, धूप, अगरबत्ती, इत्र, सफेद चंदन दान करने से शुभ फल कि प्राप्ति होती हैं ।
 शनि की शांति हेतु निलम, काला कपड़ा, साबुत उड़द, लोहा, यथा संभव दक्षिणा, तेल, काला पुष्प, काले तिल, चमड़ा, काले कंबल का दान करने से शुभ फल कि प्राप्ति होती हैं
राहु ग्रह कि शांति हेतु काला एवं गोमेद, नीला कपड़ा, कंबल, साबूत सरसों (राई), ऊनी कपड़ा, काले तिल व तेल का दान करने से शुभ फल कि प्राप्ति होती हैं।
केतु की शांति हेतु सात प्रकार के वैदूर्य, अनाज, काजल, झंडा, ऊनी कपड़ा, तिल आदि का दान करने से शुभ फल कि प्राप्ति होती हैं। ग्रहों की शांति के लिए नवग्रह पूजन करवाना चाहिए। जातक के जन्म दिन पर,या जन्म वार पर नवग्रह पूजन व दान इत्यादि प्रशिक्षित ब्राह्मणों से करवाना चाहिए। पूरे विधी विधान से करवाया गया पूजन तुरंत पल देता है। बिगड़े काम बन जाते है, शरीर निरोग होता है।
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astrologer bhrigu pandit

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