नींव में रखने योग्य पदार्थ
नींव में रखने योग्य पदार्थ तांबे की गड़वी में चावल भरकर तथा सरसों, हल्दी भरें इसके बाद गड़वी को मौली तथा आम के पत्तों से बांध लें 5 नई ईंटें रखें 5 रत्न भी रखें 1 जोड़ी सर्प, सर्व औषधी, श्रीफल एक लाल वस्त्र और जनेऊ का जोड़ा रखें। भाद्रपद अश्वनी और कार्तिक मास में भवन निर्माण हो तो सर्प मुंह पूर्व में होना चाहिए। फाल्गुन चैत्र वैशाख मासूम में निर्माण हो तो सर्प का मुख पश्चिम दिशा की ओर हो, जेठ आषाढ़ सावन मासों में सर्प का मुख उत्तर दिशा की ओर हो, 5 कौड़ियां, सिंदूर, 5 सुपारी साबुत, एक नारियल, दरिया के किनारे की घास या यदि संभव हो सके तो गंगा जल या गंगा के किनारे की मिट्टी भी जाए तो अच्छा है।