किस घर में शनि क्या पऱभाव देता है
किस घर में शनि क्या पऱभाव देता है किस घर में शनि क्या पऱभाव देता है पहला भाव पहले भाव में शनि होने पर जातक की पढ़ाई अधूरी रहती है अौर हर का देरी से होता है। मेहनती वहुत होता है अौर इसके बल पर सफल भी होता है। रंग काला होता है अौर अधिकतर एक अकेला ही होता है जो परिवार का बोझ उठाता है। वहम भी पाल कर रखता है। एक्सीडेंट का भय रहता है। दूसरा भाव शनि जातक के दूसरे भाव में होने से वह जमीन जायदाद का काम करता है। व्यापारी होता है लेकिन परिवार से इसकी नहीं बनती। बुरी संगत में पड़ कर शराब पीता है। शनि शुभ होने पर अच्छा सजर्न होता है। तीसरा भाव शनि की बुरी नजर पड़ने पर जातक चोर, डाकू असामाजिक तत्व निकलता है। यात्रा में दुघर्टना का भय बना रहता है। अच्छी नजर पड़ने पर जातक पैसे वाला होता है। चौथा भाव जातक को पैतृक सम्पति से लाभ नहीं मिलता,काम काज में भी सफलता नहीं मिलती। पांचवा भाव जातक अालसी रहता है, संतान बहुत देर से होती है या होती ही नहीं, नियोजित परिवार होता है। बदहजमी रहती है, पेट में विकार रहते हैं। शराबी व दो विवाह को योग होते हैं। छठा भाव शनि के छठे भाव में होने के कार...