Posts

Showing posts with the label rahu

How to get Rahu blessings in Hindi?, What are Rahu and Ketu planets

Image
What are Rahu and Ketu planets In astrology, the 9 planets are  the most  role. Today  we'll  mention  Rahu and Ketu in these planets. These two planets are called shadow planets because these  aren't  solid  just like the  remainder of  the planets,  they're  a bit like  air. These two planets  also are  called sinful (papi) planets. These two planets  haven't any  existence of their own,  that's  why  they begin  giving their effect  consistent with  the earth  with which they sit. Such yogas  also are  formed  once they  give auspicious effects  within the  horoscope. When his Mahadasha  goes  on  within the  horoscope of the native, the person is troubled. Appropriate measures  need to  be taken to pacify their Mahadasha. The effect is auspicious. If the position of both these planets  within the...

अशुभ स्थिति में राहू करवाता है तलाक

Image
for more information call or whatsapp +91 98726 65620 विवाह के बाद तलाक किन ग्रहों के कारण होता है आजकल तलाक के केस बहुत बढ़ते जा रहे हैं।  तलाक की अशुभ स्थिति कुंडली में तब दिखाई देती है जब 2,7,11 भावों में अशुभ ग्रह हों तथा इन पर प्रभाव भी अशुभ पड़ रहा हो। यदि विवाह के कारक ग्रह और ये भाव शनि,राहु व केतु के अशुभ प्रभाव अधीन हों तो विवाह विच्छेद निश्चित ही होता है। हमने देख लिया है कि विवाह,गृहस्थ जीवन से संबंधित भावों, सूचक व कारक ग्रह ों पर अशुभ ग्रहों की नजर अथवा कुप्रभाव किस प्रकार गृहस्थ जीवन को दुखों में बदल देता है और मन अशांत कर देता है।  विवाह पर राहू,केतु शनि आदि प्रभाव डालते हैं लेकिन जिसका सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ता है वो है राहू। यदि राहू विवाह सूचक, कारक ग्रहों अथवा भावों के स्वामियों से संबंधित होता है तो किसी न किसी पक्ष से अशांति ही देता है। यदि राहू चंद्र ग्रह के साथ होता है तो मानसिक चिंता, पत्नी की मानसिक स्थिति में असंतुलन होता है। मंगल-राहू,अडिय़ल स्वभाव अथवा दूसरों की भावनाओं को ठेस पहुंचे। शुक्र-राहू, पत्नी के अलावा किसी अन्य स्त्री से संबंध के क...

राहु है छाया ग्रह पर डालता है बहुत प्रभाव

Image
राहु है छाया ग्रह पर डालता है बहुत प्रभाव  वैसै तो हमारे जीवन हर ग्रह अपना प्रभाव डालता है। सूर्य, चंद्र, मंगल, शनि शुक्र आदि ग्रह अपना प्रभाव डालते रहते हैं। राहु ग्रह न होकर ग्रह की छाया है, हमारी धरती की छाया या धरती पर पडऩे वाली छाया। राहु के उपाए यदिठीक समय पर कर लिए जाएं तो परिस्थितियां प्रतिकूल हो जाती हैं। व्यक्ति अच्छे व बढिय़ा निर्णय लेने लगता है। खुश रहता है और इसमें आत्मविश्वास बढ़ जाता है। नींद अच्थी आती है और अच्छे सपने आते हैं। हर समस्या का समाधान बहुत ही अच्छे तरीके से वह निकालने की क्षमता रखता है। राहू अच्छा हो तो जातक को जीवन में तरक्की मिलती है। कहते हैं कि रोज पीपल की छाया में सोने वाले को किसी भी प्रकार का रोग नहीं होता लेकिन यदि बबूल की छाया में सोते रहें तो दमा या चर्म रोग हो सकता है। इसी तरह ग्रहों की छाया का हमारे जीवन में असर होता है। राहु ग्रह हमारी बुद्धि का कारण है, लेकिन जो ज्ञान हमारी बुद्धि के बावजूद पैदा होता है उसका कारण राहु है। कुंडली में राहु तीसरे, छठे व ग्यारहवें भाव में मौज़ूद हो तो शुभ फल प्रदाता हो जाता है। तीसरे भाव में स्थित राह...

शिव की अराधना से राहु देता है लाभ

Image
www.bhrigupandit.com   for more information call orwhatsapp  +91 98726 65620 शिव की अराधना से राहु देता है लाभ राहु छाया ग्रह है। राहु ग्रह भगवान शिवशंकर के परम आराधक है। जब राहु ग्रह परेशान कर रहा हो तो जातक को शिवजी की आराधना करनी चाहिए। निम्न नौ उपायों को करने से राहु ग्रह की शांति बहुत ही कम समय में हो जाती है। सोमवार को व्रत करने से भी भगवान शिवशंकर प्रसन्न होते हैं। सोमवार को शिव आराधना पूजन व्रत करने के पश्चात, शाम को भगवान शिवशंकर को दीपक लगाने के बाद सफेद भोजन खीर, मावे की मिठाई, दूध से बने पदार्थ ग्रहण करना चाहिए। अगर आपके जन्मांक में राहु, चंद्र, सूर्य को दूषित कर रहा है तो जातक को भगवान शिवशंकर की सच्चे मन से आराधना करना चाहिए। राहु की महादशा अथवा अंतर प्रत्यंतर काफी कष्टकारी हों तब भगवान शिव का अभिषेक करवाना चाहिए। राहु महादशा में सूर्य, चंद्र तथा मंगल का अंतर काफी कष्टकारी होता है, अत: समयावधि में नित्य प्रतिदिन भगवान शिव को बिल्व पत्र चढ़ाकर दुग्धाभिषेक करना चाहिए।