एक मंदिर हजारों लोगों को कैसे रोजगार देता है
भारत को सोने की चिढ़िया कहा जाता था क्योंकि यह देश समृद्ध था और यहां लाखों मंदिर थे। किसी भी ग्रंथ में आपको बेरोजगारी जैसा शब्द नहीं मिलेगा क्योंकि कोई बेरोजगार था ही नहीं। हर इंसान के पास कोई न कोई काम था, जैसे ही कोई जन्म लेता था उसका रोजगार जन्म से पक्का हो जाता था। एक ऐसी सुदृढ़ व्यवस्था जो अदृश्य थी लेकिन सभी के लिए रोजगार का साधन बनती थी। आज 21 सदी में आने के बाद भी कोई भी सरकार रोजगार की गारंटी देने में असमर्थ है।
जब मंदिर बनाने का फैसला होता है को भूखंड खरीदा जाता है। फिर मजदूरों, मिस्त्रियों, पेंटर, बढ़ई, मूर्तिकार, संगमरमर पर कारिगरों, वस्त्र, आभूषण आदि से सैंकड़ों लोगों को मंदिर तैयार होने तक व मंदिर बनने के बाद पक्का रोजगार मिल जाता है। संगीतकारों को भजन गाने का काम मिलता है, संगीत वाद्य यंत्र बनाने वाले के हारमोनियम, सितार ढोलक आदि बिकते हैं, हलवाईयों का काम चलता है जो प्रसाद मिठाइयां तैयार करते हैं, पूजा का सामान बेचने वालों की दुकानें खुलती हैं, फूल बेचने वाले, उगाने वालों को पक्का रोजगार मिलता है, भगवान को दूध आदि का अभिषेक के लिए गाएं पाली जाती हैं और उनकी सेवा करने वालों को रोजगार मिलता है, धार्मिक ग्रंथों को छापा जाता है और प्रकाशकों व लेखकों को रोजगार मिलता है।
सिमेंट, सरिया, ईंटे, रेत आदि का काम मिलता है। श्रद्धालुओं को लाने वाले टैक्सी, आटो चालकों, होटल मालिकों, बसों, ट्रेनों से आय की प्राप्ति तो होती है रोजगार भी मिलता है। शायद ही कोई ऐसा वर्ग हो जिसे मंदिर बनने से रोजगार न मिलता हो, सभी के रोजगार का ध्यान रखा जाता है। बड़े मंदिरों में गऊशालाएं, केले, आम, बरगद व पीपल के पेड़ पर्यावरण का भी संरक्षण करते हैं। गुरुकुलों से गुरुओं को रोजगार मिलता है और छात्रों को शिक्षा। कहने का अभिप्राय यह है कि यदि आप एक मंदिर बनाने में सहयोग करते हैं तो आप हजारों लोगों के रोजगार का भी प्रबंध कर रहे होते हैं।
अयोध्या में राम मंदिर बनने से लाखों लोगों को पक्का रोजगार मिलेगा। दुनिया भर से श्रद्धालु राममंदिर के दर्शनों को आएंगे। इतना धन बरसेगा की प्रदेश सरकार के वारे न्यारे हो जाएंगे। परिवहन, रेलवे, हवाई जहाज पक्के तौर पर बुक हो जाएंगे। छोटे होटलों से लेकर पांच सितारा होटल खुल जाएंगे जिनमें श्रद्धालुओं की बुकिंग रहेगी। मोदी सरकार ने अयोध्या रेलवे स्टेशन, अयोध्या हवाई अड्डा, अत्याधुनिक बस स्टैंड बनाने का फैसला ले लिया है। एक बड़ा अस्पताल बनेगा यानि हर वर्ग को रोजगार मिलेगा। यदि आप मंदिर में सहयोग देते हैं तो आप अपने धर्म, देश की तरक्की में भी सहयोग देते हैं।
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