हिन्दू संस्कृति को कैसे धवस्त किया जा सकता है
हिन्दू संस्कृति को कैसे धवस्त किया जा सकता है
हिन्दू संस्कृति को धवस्त करने के लिए चरणों में काम करना होगा। हिन्दुओं के विश्वास व श्रद्धा को हर हाल में तोड़ना जरूरी है। यह तभी हो सकता है जब बार-बार हिन्दू संस्कृति को गैर कानूनी, पाखंडवाद, अंधविश्वास, काल्पनिक, खतरनाक, समाजिक बुराई, नारी शोषण, दलित शोषण आदि नकारात्मक विषयों से जोड़ा जाए। यह काम हिन्दू नाम वाले वामपंथियों व क्रिप्टो से ही करवाया जाए। इससे लोग शक नहीं करते कि पर्दे के पीछे कौन काम कर रहा है। यदि हिन्दुओं की आस्था पेड़ों में है तो उन पेड़ों को ही काट दिया जाए।
इनकी संस्कृति का मजाक उड़ाया जाए त्यौहारों को समामाजिक बुराई से जोड़ा जाए। ऐसा उसी समय करना है जब इनके त्यौहार चल रहे हों, उसी समय चोट करनी है जब लोहा गर्म हो। ऐसा हर बार करना है बार-बार करना है। सत्यमेव जयते जैसे सीरियल, फिल्मों आदि में ऐसे ही मुद्दे चालाकी से उठाने हैं। हर बार मूर्ति पूजा, मंदिरों का विरोध करना है और ऐसा हर बार कहना है। टीवी पर जैसे एक पेड न्यूज को 24 घंटे बार-बार चलाया जाता है वैसे ही हर प्रवचन में मूर्ति पूजा, हिन्दुओं को नीचा दिखाने के लिए एक लाइन जरूर कहनी है।
रक्षा बंधन, करवा चौथ, भाई दूज जैसे विषयों को पुरुषवाद के साथ जोड़ना है। इनके ईष्ट देवों का मजाक उड़ाना है। इनके संतों पर झूठे केस दर्ज करवाने हैं। इससे होगा कि हर हिन्दू अंदर ही अंदर ये सोचने लगेगा कि उसकी संस्कृति में कमी है और वह हीनता महसूस करेगा। बस यहीं तक हमारा काम है इसके बाद उन हीन हिन्दुओं के पास एक सूट बूट पहना अंग्रेजी बोलने वाला ईसाई पास्टर या मुस्लमान प्रचारक पहुंचेगा तो ये झट उसकी बातों में आ जाएंगे।
मूर्तियां पत्थर हैं इनमें कोई भगवान नहीं, देवी देवता नहीं होते, न राम हैं और न ही कृष्ण। इनके वेद उपनिषद पुराण आदि सब झूठे हैं। हिन्दू संस्कृति धर्म दुनिया का सबसे गलीच और गंदा है यदि हम इसे खत्म करते हैं तो मानवता का भला कर रहे हैं। बार-बार चोट करने से यह होगा कि हिन्दुओं की आस्था टूटेगी। टूटी हुई आस्था वाले हिन्दू को झट से लपक लिया जाएगा।
नोट- हर संस्कृति व धर्म आस्था व विश्वास पर टिका है। हिन्दू मंदिर में लगी मूर्तियों को पूजना छोड़ देंगे, तो मंदिर धवस्त हो जाएंगे, जिन ईष्टों की मूर्तियां लगी हैं उनको लोग भूल जाएंगे। इस प्रकार एक जीती जागती संस्कृति खत्म हो जाएगी। एक ऐसा सांस्कृतिक हाथी जिसे वामपंथी, सैकुलर, हेजादी मिलकर मार डालेंगे जैसा यूरोप में प्राचीन संस्कृतियों को इन्होंने मिलकर खत्म कर दिया। इसे खत्म करने के बाद ये आपस में हिंसक गृह युद्द करते हुए ये भारत को इस्लामिक व ईसाई देश के तौर पर बांट लेंगे। ऐसा ही पश्चिमी देशों, अमेरिका, यूरोप, अरब व अफ्रीका में हुआ, भारत में पाकिस्तान, बांगलादेश टूट चुके हैं और मेघालय, सिकिक्म, अरुणाचल प्रदेश, आसाम, केरल, पश्तिम बंगाल एक उदाहरण बन रहे हैं।
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