दिल्ली में मोदी ने किया वार मैमोरियल राष्ट्र को समर्पित
40 एकड़ में फैला है यह मैमोरियल
25 हजार 942 शहीद जवानों को मिली पहचान
नई दिल्ली 25 (न्यूज)-देश की रक्षा के लिए शहीद हुए जवानों को अपनी श्रद्धांजलि देते हुए प्रधानमंत्री ने आज दिल्ली में इंडिया गेट के सामने वार मैमोरियल का उद्धाटन करके शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। यह वार मैमोरल 40 एकड़ में फैला है और इस पर 176 करोड़ रुपए लागत आई है।
इस वार मैमोरियल को बनाने के लिए 1960 में प्रस्ताव पेश किया गया था लेकिन तत्कालीन सरकारों ने इसको बनाने के लिए कोई ध्यान नहीं दिया। मोदी सरकार ने सत्ता में आते ही 4 साल पहले इसके निर्माण को मंजूरी प्रदान कर दी थी। मोदी का जवानों से विशेष लगाव है और वह उनके सम्मान में कोई भी कसर बाकी नहीं छोड़ना चाहते। इस वार मैमोरियल को रिर्काड समय में पूरा करके देश वासियों को अचम्भे में डाल दिया और समय पर इसका उद्घाटन भी कर दिया। आज माननीय प्रधानमंत्री ने इसे राष्ट्र को समर्पित कर दिया।
समय पर पहुंचे प्रधानमंत्री- मोदी इस कार्यक्रम में समय पर पहुंचे और शहीद सैनिकों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। मोदी ने जवानों के परिवारों को सौगात देते कहा कि सीमा पर आपदा पड़ने पर गए जवान शहीद होने पर उनके परिजनों को आजीवन पैंशन दी जाएगी। उन्होंने किसी का नाम लिए बिना पिछली सरकारों को जमकर धोया। उन्होंने कहा कि जवानों के प्रति पूर्व सरकारें संवेदनशील नहीं थी। यही कारण हुआ कि 1960 के बाद यह वार मैमोरियल बन न सका। उन्होंने यह इस दौभी कहा कि पिथली सरकारों ने जवानों के साथ हमेशा अन्याय किया है।
कैसा है यह वार मैमोरियल- यह वार मैमोरियल देश की खातिर शहीद होने वाले 25 हजार 942 वीर जवानों की याद में बनाया गया है। मैमोरियल के मध्य में 15 मीटर ऊंचा स्मारक है। इसके पहले चक्र में पेड़ लगाए गए हैं जो देश की रक्षा की पहली कतार में खड़े वीर जवानों को दर्शाते हैं। यहां वीर जवानों की याद में सुंदर पार्क भी बनाया गया है। 21 परमवीर चक्र विजेताओं की प्रतिमाएं भी बनाई गई हैं। 25 हजार 942 शहीद वीर जवानों के नाम यहा शिलाओं में अंकित हैं। यह वॉर मेमोरियल इतना सुंदर बना है कि दुनिया भर से लोग यहां आएंगे और वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। यह स्मारक चार चक्रों पर आधारित है- इसमें अमर चक्र, वीरता चक्र, त्याग चक्र, रक्षक चक्र हैं। इसमें थल सेना, वायुसेना और नौसेना के शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी गई है।
हमारे सैनिकों ने पहला वार अपने ऊपर लिया : मोदी
इस मौके पर प्रधानमंत्री देश के जवानों की शहादत को याद करते हुए उन्हें नमन किया। उन्होंने कहा कि हमारी सेना दुनिया की सबसे ताकतवर सेनाओं में से एक है। देश के सैनिकों ने हमेशा पहला वार अपने ऊपर लिया है और हर प्रकार कि चुनौतियों का उत्तर दिया है।
इस दौरान उन्होंने गायिका लता मंगेशकर का नाम लेते कहा था कि लता जी ने जब ऐ मेरे वतन के लोगो जरा आंख में भर लो पानी जो शहीद हुए हैं उनकी जरा याद करो कुर्बानी गाया था तो देशवासियों की आंखें नम हो गईं थीं। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह देश के नाम शहीद हुए पुलवामा के सैनिकों को नमन करते हैं।
घोटालों से एक ही परिवार का संबंध क्यों
मोदी ने कांग्रेस का नाम लिए बिना उसपर ताबड़तोड़ मौखिक हमले किए। उन्होंने प्रश्न किया कि एक परिवार जो अपने को भारत का भाग्य विधाता मानता था, के नाम इतने घोटाले कैसे हुए। देश के सैनिकों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी गई।
उन्होंने कहा था सैनिकों की सुरक्षा के लिए 2009 में बुलेट प्रूफ जाकेट की मांग की गई थी लेकिन इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया। हमारी सरकार ने 2014 में सरकार बनने पर 2.30 लाख बुलेट प्रूफ जाकेट खरीदे। उन्होंने प्रश्न पूछा कि हमारे जवानों की सुरक्षा से किसने खिलवाड़ किया?
70 हजार से अधिक असॉल्ट रायफल खरीदे जा रहे हैं
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश की सुरक्षा सबसे पहले हैऔर इसके लिए हमारी सरकार 70 हजार से अधिक असाल्ट राइफलें खरीद रही है। उन्होंने प्रश्न किया कि आज हर देशवासी पूछ रहा है कि देश के सैनिकों व महानायकों साथ क्यों अन्याय किया गया। उन्होंने कहा कि 'राष्ट्र के मान और सम्मान के लिए आपका प्रधान सेवक राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखते हुए ही फैसले लेगा। देश की सुरक्षा, प्रगति और विकास मेरे लिए इतने पवित्र है कि इनके रास्ते में आए हर रोड़े से लड़ने के लिए तैयार हूं। मोदी ने कहा कि तिरंगे के लिए जीने और तिरंगा ओढ़कर बलिदान देने वालों को नमन करता हूं।
उन्होंने कहा कि हमारे प्रयासों में दुनिया के बड़े-बड़े देश हमारे साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलना चाहते हैं। यही कारण है कि 2016 में हमारे इंटरनैशनल फ्लीट रिव्यू में 50 देशों की नौसेनाओं ने हिस्सा लिया था। उन्होंने कहा कि देश की सेना को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में हम लगातार काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हम शीघ्र ही तीन सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल बनाने जा रहे हैं। नया भारत आज नई रीति और नई नीति से आगे बढ़ रहा है, मजबूती के साथ विश्व पटल पर अपनी भूमिका तय कर रहा है, इसमें एक बड़ा योगदान आपके शौर्य और समर्पण का है।
25 हजार 942 शहीद जवानों को मिली पहचान
नई दिल्ली 25 (न्यूज)-देश की रक्षा के लिए शहीद हुए जवानों को अपनी श्रद्धांजलि देते हुए प्रधानमंत्री ने आज दिल्ली में इंडिया गेट के सामने वार मैमोरियल का उद्धाटन करके शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। यह वार मैमोरल 40 एकड़ में फैला है और इस पर 176 करोड़ रुपए लागत आई है।
इस वार मैमोरियल को बनाने के लिए 1960 में प्रस्ताव पेश किया गया था लेकिन तत्कालीन सरकारों ने इसको बनाने के लिए कोई ध्यान नहीं दिया। मोदी सरकार ने सत्ता में आते ही 4 साल पहले इसके निर्माण को मंजूरी प्रदान कर दी थी। मोदी का जवानों से विशेष लगाव है और वह उनके सम्मान में कोई भी कसर बाकी नहीं छोड़ना चाहते। इस वार मैमोरियल को रिर्काड समय में पूरा करके देश वासियों को अचम्भे में डाल दिया और समय पर इसका उद्घाटन भी कर दिया। आज माननीय प्रधानमंत्री ने इसे राष्ट्र को समर्पित कर दिया।
समय पर पहुंचे प्रधानमंत्री- मोदी इस कार्यक्रम में समय पर पहुंचे और शहीद सैनिकों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। मोदी ने जवानों के परिवारों को सौगात देते कहा कि सीमा पर आपदा पड़ने पर गए जवान शहीद होने पर उनके परिजनों को आजीवन पैंशन दी जाएगी। उन्होंने किसी का नाम लिए बिना पिछली सरकारों को जमकर धोया। उन्होंने कहा कि जवानों के प्रति पूर्व सरकारें संवेदनशील नहीं थी। यही कारण हुआ कि 1960 के बाद यह वार मैमोरियल बन न सका। उन्होंने यह इस दौभी कहा कि पिथली सरकारों ने जवानों के साथ हमेशा अन्याय किया है।
कैसा है यह वार मैमोरियल- यह वार मैमोरियल देश की खातिर शहीद होने वाले 25 हजार 942 वीर जवानों की याद में बनाया गया है। मैमोरियल के मध्य में 15 मीटर ऊंचा स्मारक है। इसके पहले चक्र में पेड़ लगाए गए हैं जो देश की रक्षा की पहली कतार में खड़े वीर जवानों को दर्शाते हैं। यहां वीर जवानों की याद में सुंदर पार्क भी बनाया गया है। 21 परमवीर चक्र विजेताओं की प्रतिमाएं भी बनाई गई हैं। 25 हजार 942 शहीद वीर जवानों के नाम यहा शिलाओं में अंकित हैं। यह वॉर मेमोरियल इतना सुंदर बना है कि दुनिया भर से लोग यहां आएंगे और वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। यह स्मारक चार चक्रों पर आधारित है- इसमें अमर चक्र, वीरता चक्र, त्याग चक्र, रक्षक चक्र हैं। इसमें थल सेना, वायुसेना और नौसेना के शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी गई है।
हमारे सैनिकों ने पहला वार अपने ऊपर लिया : मोदी
इस मौके पर प्रधानमंत्री देश के जवानों की शहादत को याद करते हुए उन्हें नमन किया। उन्होंने कहा कि हमारी सेना दुनिया की सबसे ताकतवर सेनाओं में से एक है। देश के सैनिकों ने हमेशा पहला वार अपने ऊपर लिया है और हर प्रकार कि चुनौतियों का उत्तर दिया है।
इस दौरान उन्होंने गायिका लता मंगेशकर का नाम लेते कहा था कि लता जी ने जब ऐ मेरे वतन के लोगो जरा आंख में भर लो पानी जो शहीद हुए हैं उनकी जरा याद करो कुर्बानी गाया था तो देशवासियों की आंखें नम हो गईं थीं। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह देश के नाम शहीद हुए पुलवामा के सैनिकों को नमन करते हैं।
घोटालों से एक ही परिवार का संबंध क्यों
मोदी ने कांग्रेस का नाम लिए बिना उसपर ताबड़तोड़ मौखिक हमले किए। उन्होंने प्रश्न किया कि एक परिवार जो अपने को भारत का भाग्य विधाता मानता था, के नाम इतने घोटाले कैसे हुए। देश के सैनिकों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी गई।
उन्होंने कहा था सैनिकों की सुरक्षा के लिए 2009 में बुलेट प्रूफ जाकेट की मांग की गई थी लेकिन इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया। हमारी सरकार ने 2014 में सरकार बनने पर 2.30 लाख बुलेट प्रूफ जाकेट खरीदे। उन्होंने प्रश्न पूछा कि हमारे जवानों की सुरक्षा से किसने खिलवाड़ किया?
70 हजार से अधिक असॉल्ट रायफल खरीदे जा रहे हैं
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश की सुरक्षा सबसे पहले हैऔर इसके लिए हमारी सरकार 70 हजार से अधिक असाल्ट राइफलें खरीद रही है। उन्होंने प्रश्न किया कि आज हर देशवासी पूछ रहा है कि देश के सैनिकों व महानायकों साथ क्यों अन्याय किया गया। उन्होंने कहा कि 'राष्ट्र के मान और सम्मान के लिए आपका प्रधान सेवक राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखते हुए ही फैसले लेगा। देश की सुरक्षा, प्रगति और विकास मेरे लिए इतने पवित्र है कि इनके रास्ते में आए हर रोड़े से लड़ने के लिए तैयार हूं। मोदी ने कहा कि तिरंगे के लिए जीने और तिरंगा ओढ़कर बलिदान देने वालों को नमन करता हूं।
उन्होंने कहा कि हमारे प्रयासों में दुनिया के बड़े-बड़े देश हमारे साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलना चाहते हैं। यही कारण है कि 2016 में हमारे इंटरनैशनल फ्लीट रिव्यू में 50 देशों की नौसेनाओं ने हिस्सा लिया था। उन्होंने कहा कि देश की सेना को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में हम लगातार काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हम शीघ्र ही तीन सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल बनाने जा रहे हैं। नया भारत आज नई रीति और नई नीति से आगे बढ़ रहा है, मजबूती के साथ विश्व पटल पर अपनी भूमिका तय कर रहा है, इसमें एक बड़ा योगदान आपके शौर्य और समर्पण का है।
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