अमेरिका पर कोलम्बस का आक्रमण व इसका काला अध्याय
अमेरिका पर कोलम्बस का आक्रमण व इसका काला अध्याय
जब कोलम्बस अपने देश से निकला तो वह भारत की खोज के लिए निकला था। भारत की स्थिति उस समय ऐसी थी जैसी आज अमेरिका व अन्य अमीर देशों की थी। यहां कोई बेरोजगारी नहीं थी। भारत में स्टील की तलवारें बनाने का काम विशेष कारिगरों के हाथों में था और ये कारिगर बहुत ही प्रशिक्षित थे। ढाका का सिल्क व आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों की मांग यूरोप के देशों में बुहत थी। यूरोप में बातें मशहूर थीं कि मंदिर सोने से भरे थे और मोती व हीरे आम मिल जाते थे। अरब देश से आने वाले समुद्री रास्तों पर अरबी लुटेरों का पूरा अधिकार था वे या तो भरे हुए जहाज लूट लेते थे या व्यापारियों से भारी भरकम पैसे लेकर उन्हें छोड़ते थे। यूरोप के लोगों में भारत आने की लालसा इतनी थी कि वे इसके लिए कोई भी जोखिम उठाने को तैयार थे।
भारत को निकलने से पहले कोलम्बस ने अपने देश की रानी के लिए पहले भी कई साहसिक कारनामे व छोटे द्वीपों पर कब्जा किया था। अब वह भारत जाना चाहता था। वह पक्का ईसाई था और ईसाइत के प्रसार के लिए भी जा रहा था।
कोलम्बस के अमेरिका में पहुंचने से पहले वहां हजारों सालों से रैड इंडियन लोग रह रहे थे। क्या उन्होंने अमेरिका को नहीं खोजा था। असल में कोलम्बस से अमेरिका को खोजा नहीं था उस पर आक्रमण किया था। कोलम्बस को महान बताया जाता है लेकिन वहां आक्रमण करके यूरोप वासियों ने ऐसा नरसंहार किया कि पूरे यूरोप जितनी आबादी को कुछ ही सालों में खत्म कर दिया।
अमेरिका में यूरोपवासी अपने साथ अफ्रीका के गुलाम लेकर गए थे जिन्हें पहले ईसाई बनाया गया था । इन्होंने अफ्रीकियों को गुलाम बनाया क्योंकि वे रेड इंडियन्स को गुलाम नहीं बना सकते थे क्योंकि एक तो अमेरिका उनकी धरती थी और वे इसके बारे में सबकुछ जानते थे। वे उनपर हमला करके इधर-उधर भाग जाते थे। अफ्रीकी गुलाम नई धरती पर होते थे और डरे होते थे, उनके पास कोई विकल्प नहीं होता था कि वे भागकर कहां जाएंगे। उनको अमेरिका के बारे में कोई ज्ञान नहीं था।
गोरे उनपर अथाह अत्याचार करके और इन्हें बंदी बनाकर काम करवाते। गोरों ने कालों की सेना खड़ी कर ली थी और वे इसके सहयोग से रेड इंडियंस की हत्याएं करके उनकी भूमि पर कब्जे कर रहे थे। कोलम्बस ने अपनी डायरी में किए गए अत्याचारों को बहुत ही शेखी बखारते हुए लिखा है। गोरे मानते थे कि काले गुलामों व महिलाओं में आत्मा नहीं है इसलिए उन्हें कोई अधिकार नहीं दिया जा सकता और कई सालों के रक्तरंजित क्रांतियों के बाद ही अमेरिका में गुलामी प्रथा खत्म हुई और महिलाओं को वोट का अधिकार मिला था। आज जिस धरती पर अमेरिका खड़ा है वह करोड़ों लोगों की लाशों पर बना है।
अमेरिका का काला इतिहास रहा है लेकिन जब अमेरिका महान की बातें की जाती हैं तो इन बातों को नहीं उठाया जाता। लेकिन जैसे ही भारत महान की बात होती है तो तथाकथिक लोग जातिपाति आदि के बारे में ही बातें बोलना शुरु कर देते हैं। वे नेगेटिव बातों के बारे में घंटों बोल सकते हैं लेकिन जैसे ही उन्हें भारत की महानता के बारे में कुछ बोलने को कहा जाए तो वे कुछ भी नहीं बोल सकते।
जब कोलम्बस अपने देश से निकला तो वह भारत की खोज के लिए निकला था। भारत की स्थिति उस समय ऐसी थी जैसी आज अमेरिका व अन्य अमीर देशों की थी। यहां कोई बेरोजगारी नहीं थी। भारत में स्टील की तलवारें बनाने का काम विशेष कारिगरों के हाथों में था और ये कारिगर बहुत ही प्रशिक्षित थे। ढाका का सिल्क व आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों की मांग यूरोप के देशों में बुहत थी। यूरोप में बातें मशहूर थीं कि मंदिर सोने से भरे थे और मोती व हीरे आम मिल जाते थे। अरब देश से आने वाले समुद्री रास्तों पर अरबी लुटेरों का पूरा अधिकार था वे या तो भरे हुए जहाज लूट लेते थे या व्यापारियों से भारी भरकम पैसे लेकर उन्हें छोड़ते थे। यूरोप के लोगों में भारत आने की लालसा इतनी थी कि वे इसके लिए कोई भी जोखिम उठाने को तैयार थे।
भारत को निकलने से पहले कोलम्बस ने अपने देश की रानी के लिए पहले भी कई साहसिक कारनामे व छोटे द्वीपों पर कब्जा किया था। अब वह भारत जाना चाहता था। वह पक्का ईसाई था और ईसाइत के प्रसार के लिए भी जा रहा था।
कोलम्बस के अमेरिका में पहुंचने से पहले वहां हजारों सालों से रैड इंडियन लोग रह रहे थे। क्या उन्होंने अमेरिका को नहीं खोजा था। असल में कोलम्बस से अमेरिका को खोजा नहीं था उस पर आक्रमण किया था। कोलम्बस को महान बताया जाता है लेकिन वहां आक्रमण करके यूरोप वासियों ने ऐसा नरसंहार किया कि पूरे यूरोप जितनी आबादी को कुछ ही सालों में खत्म कर दिया।
अमेरिका में यूरोपवासी अपने साथ अफ्रीका के गुलाम लेकर गए थे जिन्हें पहले ईसाई बनाया गया था । इन्होंने अफ्रीकियों को गुलाम बनाया क्योंकि वे रेड इंडियन्स को गुलाम नहीं बना सकते थे क्योंकि एक तो अमेरिका उनकी धरती थी और वे इसके बारे में सबकुछ जानते थे। वे उनपर हमला करके इधर-उधर भाग जाते थे। अफ्रीकी गुलाम नई धरती पर होते थे और डरे होते थे, उनके पास कोई विकल्प नहीं होता था कि वे भागकर कहां जाएंगे। उनको अमेरिका के बारे में कोई ज्ञान नहीं था।
गोरे उनपर अथाह अत्याचार करके और इन्हें बंदी बनाकर काम करवाते। गोरों ने कालों की सेना खड़ी कर ली थी और वे इसके सहयोग से रेड इंडियंस की हत्याएं करके उनकी भूमि पर कब्जे कर रहे थे। कोलम्बस ने अपनी डायरी में किए गए अत्याचारों को बहुत ही शेखी बखारते हुए लिखा है। गोरे मानते थे कि काले गुलामों व महिलाओं में आत्मा नहीं है इसलिए उन्हें कोई अधिकार नहीं दिया जा सकता और कई सालों के रक्तरंजित क्रांतियों के बाद ही अमेरिका में गुलामी प्रथा खत्म हुई और महिलाओं को वोट का अधिकार मिला था। आज जिस धरती पर अमेरिका खड़ा है वह करोड़ों लोगों की लाशों पर बना है।
अमेरिका का काला इतिहास रहा है लेकिन जब अमेरिका महान की बातें की जाती हैं तो इन बातों को नहीं उठाया जाता। लेकिन जैसे ही भारत महान की बात होती है तो तथाकथिक लोग जातिपाति आदि के बारे में ही बातें बोलना शुरु कर देते हैं। वे नेगेटिव बातों के बारे में घंटों बोल सकते हैं लेकिन जैसे ही उन्हें भारत की महानता के बारे में कुछ बोलने को कहा जाए तो वे कुछ भी नहीं बोल सकते।
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