Sodal Mela 2025 started on 06 september 2025 | Sodal mela Jalandhar

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Sodal Mela 2024 will start on 06 September At Jalandhar (Punjab)

 Baba Sodal Mela 2023: जालंधर पंजाब में सोढल बाबा जी का मेला विश्व में प्रसिद्ध है। यहां हर साल 3 लाख से ज्यादा श्रद्धालु बाबा जी को माथा टेकने आते हैं। जिन श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूरी होती हैं वे बाजों, ढोल बजाते नाचते हुए बाबा जी के दरबार में आते हैं। Baba Sodal Mela 2024 इस साल  06 सितंबर को शुरू होने जा रहा है।


सोढल मेला 17 सितम्बर,  2024 Sunday को शुरू होगा, sodal mela kab hai 2024 date

जालंधर (punjab) में हर साल होने वाला सोढल मेला देश-विदेश मेंं मशहूर है। दूर-दूर से लोग यहां मेले में माथा टकने आते हैं और बाबा जी से मन्नतें मांगते हैं। जिनकी मन्नतें पूरी हो जाती हैं वे बाजे-गाजे के साथ यहां माथा टेकने आते हैं। चड्ढा बिरादरी के लोग परिवार सहित यहां पहुंचते हैं।  Sodal Mela 2023 will start on 27
 September   (information Updated on 06 September 2025)

(Sodal mela Jalandhar )  स साल बाबा जी का मेला 06 सितम्बर  2025 से शुरु होने वाला है। लाखों लोग यहां मेला में पहुंचना शुरु हो जाते हैं। पुलिस व पऱशासन भक्तों की मदद के लिए तैयार रहता है। भक्त लोग सैंकड़ों लंगर लगाते हैं और आने वाले भक्तों को 24 घंटे वितरित करतेे हैं।
Story Of  Baba Sodal, बाबा जी के बारे में कथा इस प्रकार है (Bada Sodal ki Katha) - पहले मंदिर की जगह पर तालाब हुआ करता था। बाबा जी जो भगवान शिव के अवतार थे यहां खेल रहे थे और अपनी लीलाएं कर रहे थे। उनकी माता जी वहां कपड़े धो रही थी । बालक सोढल वहां खेलते-खेलते माता जी को परेशान करने की लीला करने लगे। माता जी उनको बार-बार हटाने लगीं। Sodal Mela 2025 will start on 06 september
वे न माने तो उन्होंने उन्हें कहा कि जा तालाब में डूब जा। Sidh Shri Baba Sodal Mela 6 Sept 2025 Jalandhar Punjab
 बाबा जी ने कहा कि सत्य वचन और  तालाब में छलांग लगा दी। चारों ओर हाहाकार मच गया और बालक को तालाूब में ढूंडने के लिए गोताखोर लगाए गए लेकिन बाबा जी अलोप हो गए थे। तालाब में नाग देवता के रूप में आकर बाबा जी ने कहा कि मैं इस मायावादी संसार से अलोप हो गया हूं। अब मुझे ढूंडने की कोशिश न करें जो भी लोग हर साल यहां मेले में आएंगे और यहां मंदिर में पूजाकरेंगे तो मैं उनकी हर मनोकामना पूरी करूंगा। सारे भक्तों को बाबा जी का आशीर्वाद रहता है और  उनकी हर मनोकामना पूरी करते हैं।
कैसे पहुंचे सोढल- सोढल मेले वाले दिन सारा दिन आटो चलते रहते हैं। जालंधर में आप हैं तो शहर के किसी भी कोने से आटो करके सोढल मेले तक पहुंच सकते हैं। बस स्टैंड से सोढल मेला स्थल लगभग 7 किलोमीटर व जालंधर रेलवे स्टेशन से 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। मेले में भीड़ होने का कारण आपको मंदिर से एक किलोमीटर पहले ही उतरना होगा और पैदल मंदिर तक जाना होगा। 

सबसे अच्छा समय- मेले में मंदिर के दर्शन के लिए सबसे अच्छा समय सुबह 4 बजे से 6 बजे तक होता है। इस दौरान ज्यादा भीड़ नहीं होती और दर्शन आसानी से हो जाते हैं।

क्या ध्यान रखें- किसी अंजान व्यक्ति के हाथों से प्रशाद आदि न लें। अपने साथ महंगे गहने या महंगे मोबाइल फोन न लेकर जाएं। जेबकतरों से सावधान रहें। यदि आसपास आपको कोई संदिग्ध व्यक्ति नजर आए तो तुरंत मेले में उपस्थित पुलिस को सूचित करें। बाहर की चीज खाने से परहेज करें।मेला आपका है और  यहां सफाई रखना आपका दायित्व है। कूड़ा फैंकने के लिए कूड़ेदानों का ही इस्तेमाल करें।  यदि आप बाहर दिल्ली, मुम्बई, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान आदि से आ रहे हैं तो पहले से होटल बुक करवा लें।

सोढल मेले में श्रद्धालुओं का करे स्वागत- मेले के दौरान रास्तों में भक्तों के लिए सैंकड़ों लंगर लगाए जाते हैं। इनमें कड़ी-चावल, हलुआ, पूरी, खीर, फलों व मिठाइयों के लंगर लगे रहते हैं।जेएमपी वाले लगातार फलों का लंगर लगाते हैं। इनकी श्रद्धा भावना हर व्यक्ति के लिए प्रेरणा है। JMP वाले पूरे साल फ्री शीतल जल की सेवा करते हैं। इस फैक्ट्री वालों पर बाबा बालक नाथ जी का आशीर्वाद हमेशा रहता है।  पास रहते लोगों, दुकानदारों के चाहिए कि वे अपने घरों पर दीपक जलाएं, सड़कों की सफाई रखें। स्वयंसेवक व भक्त मेले के दौरान सफाई करते रहें ताकि मेला स्थल पर गंदगी न दिखे। कुछ भक्त अपने साथ मास्क व सेनेटाइजर रख सकते हैं जिससे आने वाले श्रद्धालुओं को सेनेटाइज किया जाए और जिनके पास मास्क नहीं हैं उनको मास्क दिए जाएं। थोड़े-थोड़े सहयोग से इस महान धार्मिक कार्य का पुण्य कमा सकते हैं। मेला स्थल के आसपास रहने वाले लोग इन दिनों बारी-बारी सफाई, जल व्यवस्था करके बाबा सोढल जी का आशीर्वाद ले सकते हैं। बाबा जी का मेला साल में एक बार आता है। बाबा सोढ़ल, बाबा बालक नाथ जी भगवान शिव के अवतार हैं। हर भक्त को इनका आशीर्वाद मिलता है। 

जेएमपी फैक्टरी JMP वालों का योग्यदान- जेएमपी वाले लगातार फलों का लंगर लगाते हैं। इनकी श्रद्धा भावना हर व्यक्ति के लिए प्रेरणा है। जेएपी वाले पूरे साल फ्री शीतल जल की सेवा करते हैं। इस फैक्ट्री वालों पर बाबा बालक नाथ जी का आशीर्वाद हमेशा रहता है। बाबा सोढल इनको हमेशा बुलंदियों पर लेकर जाते रहें। हमारी शुभकामनाएं इनके साथ हैं।


आने वाले भक्त कृृपया ध्यान दें-


  • मेले के दौरान अनुशासन बनाए रखें
  • हुल्लड़बाजी न करें, ऐसा करने वालों के बारे में पुलिस कंट्रोल रूम में तुरंत सूचित करें
  • कोई भी ऐसा काम न करें जिससे बाबा सोढल मेले की प्रतिष्ठा पर आंच आए
  • महिलाओं आ आदर करें और कोई भी गलत काम न करें
  • पाकेटमारों से बचाव रखें और महंगे मोबाइल व आभूषण पहन कर मेले में न आएं
  • बच्चों का विशेष ध्यान रखें उन्हें अपने से दूर न करें
  • बच्चों को बताएं कि यदि वे मेले में दूर हो जाते हैं तो पुलिस कंट्रोल के पास पहुंच जाएं जो कि मेला परिसर में बनाया हुआ होता है।
  • पुलिस कर्मियों व मेला स्वयंसेवकों को पूरा सहयोग दें
  • किसी भी संदिग्ध व्यक्ति के बारे में पता चलने पर पुलिस को तुरंत बताएं क्योंकि आपकी चौकसी से बचाव हो सकता है।
  • किसी अंजान व्यक्ति के हाथों से प्रशाद इत्यादि न लें
  • मेले की पवित्रता को बनाए रखें, वहां नशा आदि करके न जाएं। 


नोट- इस साल 2024 मेले में हर तरफ सीसीटीवी कैमरे लगे रहते हैं और हर गतिविधि पर नजर रखी जाती है। बाबा जी के मेले में आने वाले हर भक्त का स्वागत है।  


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