न्यूजीलैंड की मस्जिद पर हमला, 49 लोगों की मौके पर मौत 50 घायल
न्यूजीलैंड की मस्जिद पर हमला, 49 लोगों की मौके पर मौत 50 घायल
न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च शहर में स्थित मस्जिद में एक बंदूकधारी ने अचानक हमला बोल दिया। यह हमला इतना अचानक हुआ कि किसी को संभलने का मौका ही नहीं मिला। इस हमले में 49 लोगों के मारे जाने की आशंका है। हमलावर जो आस्ट्रेलियायी मूल का बताया जा रहा है अपनी कार में विस्फोटकों व हथियारों से लैस होकर आया था। उसने मस्जिद में घुसते ही अपनी बंदूक से गोलियां बरसानी शुरु कर दीं। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस मामले में एक महिला सहित 4 आरोपियों को काबू किया गया है।
ऐसा हुआ कि शुक्रवार के दिन अल-नूर मस्जिद में लोग नामाज के लिए एकत्र हुए थे। स्थानीय समय के अनुसार लगभग दोपहर 1.30 पर कार में सवार 28 वर्षीय ब्रेंटन टैरंट जो ऑस्ट्रेलिया जो का रहने वाला है, अचानक अपनी कार में सवार होकर मस्जिद के सामने पहुंचता है। वह आटोमैटिक वैपन से लैस होता है। वह मस्जिद में घुसता है और अंधाधुंध फायरिंग करनी शुरु कर देता है। इस हमले में लोगों को पता ही नहीं चलता कि क्या हुआ है। अचानक हुए इस हमले में हर तरह लाशें बिछ जाती हैं। इस हमले में 49 लोगों के मारे जाने व 50 से अधिक के घायल होने की खबर सामने आ रही है।
हमलावर ने बनाई वीडियो- हमलावर ने हमला करते हुए 17 मिनट की वीडियो बनाई है। हमलावर ने कहा कि उसने हमला इसलिए किया क्योंकि ये लोग यहां
उनकी जमीनों पर जबरन कब्जे कर रहे हैं और लोगों का धर्मांतरण भी कर रहे हैं। उसने कहा वह मुसलमानों से इसी कारण नफरत करता है।इस हमले से पहले उसने 37 पृष्ठों का एक पत्र भी लिख रखा था। इसमें उसने हमले की वजह बताई है। उसने यह भी कहा कि वह गलत काम कर रहे मुसलमानों से नफरत करता है।
सेना की वर्दी में था हमलावर- लोगों ने बताया कि हमलावर सेना की वर्दी में था। न्यूजीलैंड जैसे शांत देश में ऐसी घटना ने सभी को चौंका दिया है। हमलावर की कार में कई तरह के विस्फोट पदार्थ भी मिले हैं। यदि वह वापस आकर और विस्फोट साथ ले जाता तो हादसा और भयंकर हो सकता है। यहां के मुसलमानों पर लोग जबरन भूमि पर कबजा करने व लोगों का जबरन धर्मांतरम करने का आरोप लगाते रहे हैं।
हमले के 4 आरोपियों को हिरासत में लिया- न्यूजीलैंड के पुलिस कमिश्नर माइक बुश ने बताया कि इस मामले में 4 लोगों को हिरासत में ले लिया गया है। इस मामले में एक महिला को भी गिरफ्तार किया गया है। बताया जाता है कि हमलावर की बंदूक पर दो नाम लिखे थे एलेक्जैंडर बिसोनेट और लुका ट्रिनी। ये वही 2 हमलावर हैं जो कनाडा व इटली की मस्जिद में हमला कर चुके हैं।
इसी दौरान पुलिस ने लोगों को घरों में ही रहने की हिदायत दी है और देश में मौजूद सारी मस्जिदों के दरवाजे बंद करने को कहा है। न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री जेसिंडा आर्डेन ने हमले पर शोक व्यक्त किया है और इसे काला अध्याय बताया है। उन्होंने कहा कि लोग इस हमले में मरने वाले लोगों के परिजनों से संवेदना व्यक्त करते हैं।
न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च शहर में स्थित मस्जिद में एक बंदूकधारी ने अचानक हमला बोल दिया। यह हमला इतना अचानक हुआ कि किसी को संभलने का मौका ही नहीं मिला। इस हमले में 49 लोगों के मारे जाने की आशंका है। हमलावर जो आस्ट्रेलियायी मूल का बताया जा रहा है अपनी कार में विस्फोटकों व हथियारों से लैस होकर आया था। उसने मस्जिद में घुसते ही अपनी बंदूक से गोलियां बरसानी शुरु कर दीं। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस मामले में एक महिला सहित 4 आरोपियों को काबू किया गया है।
ऐसा हुआ कि शुक्रवार के दिन अल-नूर मस्जिद में लोग नामाज के लिए एकत्र हुए थे। स्थानीय समय के अनुसार लगभग दोपहर 1.30 पर कार में सवार 28 वर्षीय ब्रेंटन टैरंट जो ऑस्ट्रेलिया जो का रहने वाला है, अचानक अपनी कार में सवार होकर मस्जिद के सामने पहुंचता है। वह आटोमैटिक वैपन से लैस होता है। वह मस्जिद में घुसता है और अंधाधुंध फायरिंग करनी शुरु कर देता है। इस हमले में लोगों को पता ही नहीं चलता कि क्या हुआ है। अचानक हुए इस हमले में हर तरह लाशें बिछ जाती हैं। इस हमले में 49 लोगों के मारे जाने व 50 से अधिक के घायल होने की खबर सामने आ रही है।
हमलावर ने बनाई वीडियो- हमलावर ने हमला करते हुए 17 मिनट की वीडियो बनाई है। हमलावर ने कहा कि उसने हमला इसलिए किया क्योंकि ये लोग यहां
उनकी जमीनों पर जबरन कब्जे कर रहे हैं और लोगों का धर्मांतरण भी कर रहे हैं। उसने कहा वह मुसलमानों से इसी कारण नफरत करता है।इस हमले से पहले उसने 37 पृष्ठों का एक पत्र भी लिख रखा था। इसमें उसने हमले की वजह बताई है। उसने यह भी कहा कि वह गलत काम कर रहे मुसलमानों से नफरत करता है।
सेना की वर्दी में था हमलावर- लोगों ने बताया कि हमलावर सेना की वर्दी में था। न्यूजीलैंड जैसे शांत देश में ऐसी घटना ने सभी को चौंका दिया है। हमलावर की कार में कई तरह के विस्फोट पदार्थ भी मिले हैं। यदि वह वापस आकर और विस्फोट साथ ले जाता तो हादसा और भयंकर हो सकता है। यहां के मुसलमानों पर लोग जबरन भूमि पर कबजा करने व लोगों का जबरन धर्मांतरम करने का आरोप लगाते रहे हैं।
हमले के 4 आरोपियों को हिरासत में लिया- न्यूजीलैंड के पुलिस कमिश्नर माइक बुश ने बताया कि इस मामले में 4 लोगों को हिरासत में ले लिया गया है। इस मामले में एक महिला को भी गिरफ्तार किया गया है। बताया जाता है कि हमलावर की बंदूक पर दो नाम लिखे थे एलेक्जैंडर बिसोनेट और लुका ट्रिनी। ये वही 2 हमलावर हैं जो कनाडा व इटली की मस्जिद में हमला कर चुके हैं।
इसी दौरान पुलिस ने लोगों को घरों में ही रहने की हिदायत दी है और देश में मौजूद सारी मस्जिदों के दरवाजे बंद करने को कहा है। न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री जेसिंडा आर्डेन ने हमले पर शोक व्यक्त किया है और इसे काला अध्याय बताया है। उन्होंने कहा कि लोग इस हमले में मरने वाले लोगों के परिजनों से संवेदना व्यक्त करते हैं।
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