नींव, खनन, भूमि पूजन एवम शिलान्यास मुहूर्त किसी भी कार्य को करने के लिए समय व तिथी का निर्धारण किया जाता है। ज्योतिष शास्त्र में शुभ मुहूर्त का बहुत ही महत्व है । यह वैसा ही है जैसे किसी भी फसल का बीज डालने के लिए उचित समय व मौसम को देखा जाता है। कोई भी फसल तभी पूरी तरह से प्रफुल्लित होती है जब उस फसल को उसके मौसम में बोया जाता है। इसी प्रकार शुभ मुहूर्तों का भी बहुत ही महत्व है। नींव, खनन, शिलान्यास, भूमि पूजन आदि के लिए पंचाग को देखकर शुभ मुहूर्त निकाले जाते हैं। इन्हीं शुभ मुहूर्तों को मुख्या आधार मानकर धार्मिक व शुभ कार्य किए जाते हैं। 2025 में भूमि पूजन, शिलान्यास और गृह निर्माण के शुभ मुहूर्त 🌸🏠 घर बनवाना हर व्यक्ति का सपना होता है और इसकी शुरुआत शुभ मुहूर्त में करने से कार्य सफल, सुख-समृद्धि और शांति देने वाला माना जाता है। वर्ष 2025 में भी विभिन्न महीनों और नक्षत्रों के अनुसार भूमि पूजन और शिलान्यास के कई उत्तम मुहूर्त उपलब्ध हैं। ✨ 2025 के प्रमुख शुभ तिथियाँ और मुहूर्त 📅 जनवरी 15 जनवरी 2025 (बुधवार) – माघ कृष्ण पक्ष, पुष्य नक्षत्र म...
मूल नक्षत्र कौन-कौन से हैं इनके प्रभाव क्या हैं और उपाय कैसे होता है गंडमूल नक्षत्रों में पैदा हुए बच्चों के बारे में अलग-अलग विचार हैं। लोगों को पूरी जानकारी न होने के कारण वे छोड़े परेशान हो जाते हैं। गंडमूल नक्षत्रों में पैदा हुए बच्चों को जिस नक्षत्र मेंवे पैदा हुए होते हैं उसी नक्षत्र में उनकी पूजा की जाती है। कर्मकांड में पारंगत पंडित जी या निपुण ज्योतिषि इस काम को बहुत ही अच्छे ढंग से कर देते हैं। लोगों को इसके लिए ज्यादा परेशान होने की अावश्यकता नहीं है। भगृपंडित जी के पास 25 साल का अनुभव है अौर वह इस काम को अच्छे ढंग से करवा देते हैं। हम अापको मूल नक्षत्रों की पूरी जानकारी व पूजा का पूरा विधान यहा बता रहे हैं। Gandmool dates 2021 september 2022 ki Date Neeche hai AAge गंड मूल नक्षत्रों के लिए हर कोई जानना चाहता है। इन नक्षत्रों में पैदा हुए 2500 जातकों के जीवन को जांचा गया। प्राचीन काल में ऋषि मुनियों ने यह कार्य किया था। वर्तमान में ऐसा इसलिए किया गया कि जाना जा सके कि इनके प्रभावों का क्या परिणाम है। जांच में सभी बातें सटीक व सी पाई गईं। What are G...
बच्चे के दांत निकलने का फल | bache ke dant niklne kaa phal यदि पहले मास में बालक के दांत निकल आएं तो बालक स्वयं अपने लिए कष्टकारी होता है। उसके दूसरे मास में दांत आएं तो भाई के लिए, तीसरे मास में आएं तो बहन के लिए, चौथे मास में निकल आएं तो माता के लिए कष्टकारी होता है। सातवें मास में दांत निकाले तो पिता के लिए सुखदायक होता है। आठवें मास में दांत निकाले तो देह के लिए अच्छा होता है। यानि शरीर अच्छा होता है। नवें मास में बालक दांत निकाले तो धन की प्राप्ति होती है। दसवें मास में दांत निकालने पर घर में समृद्ध् िआती है। 11 वे मास में दांत निकाले तो बहुत ही भाग्यशाली होता है। 12वे मास में दांत निकाले तो बहुत ही धन की प्राप्ति होती है। यदि बालक गर्भ से ही दांत निकाल कर पैदा हो तो माता-पिता के सुख से विहीन हो सकता है। बालक ऊपर की पंक्ति में दांत निकाले तो माता-पिता व नानके पक्ष के लिए हानिकारक होता है। अशुभ महीनों में बालक दांत निकाले तो पूजा-अर्चना करनी पड़ती है। बालक के जन्म दिन 10, 12,16, 22,32 वें दिन बालक को आरामदेह झूले में सुलाना चहिए। झूले में डालने से पूर्...
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