Ram rahim singh horoscope | क्या कहते हैं गुरमीत राम रहीम के सितारे

Image result for gurmeet ram rahimRam rahim singh horoscope | क्या कहते हैं गुरमीत राम रहीम के सितारे
Name: Gurmeet Ram Rahim Singh
Date of Birth: Tuesday, August 15, 1967
Time of Birth: 00:00:00
Place of Birth: Sri Gurusar Modia, Rajasthan

 गुरमीत राम रहीम सिंह का जन्म 15 अगस्त को 12 बजे हुआ था। इनकी राशि वृश्चिक व स्वामी मंगल है, जन्म नक्षत्र ज्येष्ठा का दूसरा चरण है। ज्येष्ठा नक्षत्र गंड मूल नक्षत्र है जो जातक के लिए परेशानीयां खड़ी कर देता है। इस नक्षत्र में पैदा हुआ जातक अपने लिए बहुत ही कष्टकारी होता है। वह ऐसा काम कर जाता है या ऐसे विवादों में फंस जाता है कि अपने लिए आप गड्ढा खोदने वाली बात हो जाती है। गुरमीत राम रहीम सिंह को विरासत में एक ऐसी गद्दी मिली जिसके कारण उन्होंने काफी ख्ताति भी प्राप्त की।

एक ऐसी परम्परा को आगे बढ़ाया जिसमें दलित, गरीब व दबे कुचले लोगों को आसरा मिला, यह संस्था अच्छा काम कर रही थी जैसे गरीबों के लिए घर, अनाथ बच्चियों को आसरा व उनकी शादियां,सफाई कार्यों में योगदान, सामाज के उत्थान के लिए अच्छे काम, अस्पताल में लोगों का फ्री इलाज आदि अनेक समाज भलाई के  काम चलाए। लेकिन अपने ही लिए गए कुछ निर्णयों के कारण राम रहीम जी विवादों में आ गए।Image result for gurmeet ram rahim

सूर्य बुध व गुरु तीसरे भाव में व शुक्र चौथे भाव में होने के कारण धन व ऐश्वर्य तो बढ़ा लेकिन इसके साथ ही कई और  समस्याओं का जन्म भी हुआ। ग्रहों का ऐसा आपसी असंतुलन हुआ कि एक ही झटके में सारा खेल खत्म सा हो गया। प्रशासन, न्यायपालिका ने इनको दोषी ठहराया और सजा भी सुना दी। इन पर हिंसा भड़काने, हत्या व और बलात्कार के आरोप भी लगे। एक के बाद एक गलत फैसले गुरमीत सिंह लेते रहे।

किसी भी प्रोफैशनल की कोई सलाह नहीं ली और जो सलाह देने वाले थे वो सिर्फ चापलूस किस्म के लोग थे। इस प्रकार जातक अपने लिए गए फैसलों में फंसता चला गया। पत्रकार की हत्या का आरोप भी लगा था । इसके बाद हिंसा फैलाने का भी जिसमें पुलिस फायरिंग में कई लोग मारे गए थे।

 यदि मान भी लिया जाए की डेरे की  साध्वियों से बलात्कार किया गया यह भी एक अरबपति वयक्ति के द्वारा लिया गया बहुत ही गलत काम था आज की दुनिया में पैसे वाले लोग पैसे देकर हर काम छिपे तौर पर सहमति से कर लेते हैं लेकिन ऐसा नहीं किया गया और यह बलात्कार के मामले में फंस गया। बाकी इसमें सच्चाई सामने आ ही जाएगी।

मंगल व केतु छठे भाव में, ग्याहरवें में शनि व व बाहरवें में राहु तथा चंद्र सप्तम भाव में है।  5-1 2020 तक शनि की साढ़ेसाती लगी हुई है।

चंद्रकुंडली में मंगल बाहरवें भाव में होने के कारण जातक मांगलीक भी है। चंद्र की महादशा भी 2020 तक चलेगी। 2027 तक का समय संकट वाला है।  इस दौरान स्वास्थय में

गड़बड़ी, पीठ का दर्द, पेट में दर्द रहेगा। जेल से राहत मिल सकती  है। जेल में इनपर जानलेवा हमला भी हो सकता है। शानिसाढ़े साती के कारण शनि का पाठ करें ताकि मन को शांति मिले और शारीरिक कष्टों को कुछ राहत मिले।

अंत में हम तो यही कहते हैं कि एक व्यक्ति की गलती के कारण मिशन फेल नहीं होना चाहिए जो मिशन समाज सेवा का,दलितों के उत्थान का चल रहा है उसे  और जोरदार ढंग से जारी रखना चाहिए विदेशी शक्तियों को लोगों का धर्मपरिर्तन करने का कोई मौका नहीं देना चाहिए। समाज  सेवा के प्रकल्प यथावत जारी रहने चाहिएं।
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