घबराइए नहीं, समस्याएं हैं तो समाधान हैं

घबराइए नहीं, समस्याएं हैं तो समाधान हैं

आज का दौरा आपा-धापी का दौर है। हर कोई आगे निकलना चाहता है। सफलता की सीढिय़ां चढऩा चाहता है। कई बार सफलता साथ नहीं देती लेकिन थोड़ा सा प्रयास करने पर ही आप के कदम सफलता चूमने लगती है। सुरेंद्र जब दिल्ली आया था तो उसके पास कुछ भी नहीं था।
जहां भी जाता थोड़ी देर काम मिलता और फिर बेरोजगार हो जाता। फिर वह हमारे पास आया और अपना दुखड़ा इसका केस स्टडी करने
के बाद  उसे दिल्ली में दूध बेचने का काम करने को कहा उसने दूध काम काम शुरु किया और कुछ ही समय में धनवान हो गया। आज वह सारे इलाके को दूध सप्लाई करता है। राजीव के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ नौकरी छोडऩे के बाद उसने अपनी दादी से आचार व चटनी आदि बनाने का काम सीखा और घरेलु आचार बनाना शुरु कर दिया देसी तेल और शुद्ध मसालों का काम ऐसा चला कि लोग विदेशों से भी आने लगे। हमारे कहने का मतलब है कि सफलता आपके आसपास ही घूम रही होती है और आप बस उसे पहचान नहीं पाते। बाहरवी पास राहुल के पास एक ऐसा आईडिया आया कि उसने अपने मोबाइल से ही फिजिक्स,कैमिस्टरी व मैथेमैटिक्य की जानकारी के वीडियो अपलोड करने शुरु कर दिए अब उसके देश भर में अच्छे आनलाइ स्टूडैंट हैं और यू ट्यूब पर उसके वीडियो एड चलते हैं जिससे उसकी अच्छी कमाई हो जाती है। लोग क्या चाहते हैं, लोग किस चीज में ज्यादा दिलचस्पी रखते हैं आप उनको इसके ैबारे में जानकारी दे सकते हैं। माॢकट को समझना और
उसकी डिमांड क्या है जानना बहुत मायने रखता है। आप वहां रहते हैं जो फैक्टरी एरिया है और वहां मजदूर ज्यादा रहते हैं तो वहां आप क्या काम चला सकते हैं। एक मजदूर की जरूरतें क्या हैं।
जब वह अपने गांव से नौकरी करने के लिए आता है तो उसे एक किराए का घर चाहिए, फिर एक स्टोव चकला बेलन, आटा दाल बिस्तर, फोल्डिंग बैड इत्यादि चाहिए  यदि आप उस क्षेत्र ऐसा स्टोर खोलते हैं तो आपका काम चलता है।  कोई भी काम छोटा नहीं होता, इस बात को जब कोई समझ लेता है तो उसके लिए कोई भी काम मुश्किल नहीं होता।www.bhrigupandit.com













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