कासगंज हिंसा-क्या मरने वाले युवा गली के गुंडे थे
कासगंज हिंसा-क्या मरने वाले युवा गली के गुंडे थे
उत्तर प्रदेश में गणतंत्र दिवस पर तिरंगा यात्रा निकालने वालों का एक वीडियो मीडिया में बार-बार
चलाया जा रहा है। इस वीडियो को ऐसे चलाया जा रहा है कि देखने वाला एक वर्ग यह समझे कि
उनके साथ जो कुछ हुआ ठीक हुआ। ऐसे कमैंटरी की जा रही थी कि वाहनों पर सवार निहत्थे
युवक तिरंगा लगाकर जैसे किसी पर हमला करने जा रहे हों। एक चैनल तो यहां तक कह रहा
था कि देखिए कि ये चीनी टोपी व पश्चिमी परिधान पहना युवक क्या तिरंगा यात्रा निकाल रहा है
या कुछ और करने जा रहा है। मीडिया ने यह नहीं दिखाया कि हमलावरों ने पहले से कैसे से
तैयारी की हुई थी। कहां से गोली चली और हमलावरों ने पत्थरबाजी कैसे की। जो लोग चंदन की
मौत खुश थे और इसे एक जीत मान रहे हैं,ये वीडियो उनके लिए है। देखो एक हीरो बनने जा रहे युवक को कैसे मार गिराया। किसी ने भी यह नहीं दिखाया या कि हमलावर कौन थे और
उनकी पृष्टि भूमि क्या थी। मरने और मारने वालों का धर्म क्या था। रेलगाड़ी में हुई लड़ाई के बाद
तुरंत मीडिया को पता चल गया था जुनेद किस धर्म का था और अवार्ड वापसी गिरोह सक्रिय हो
गया था। मीडिया व राजनेताओं के दिग्गज वहां उसके घर पहुंत गए थे। आज दर्शकों को केवल मूख दर्शक ही नहीं बनकर रहना होगा,इनकी चालाकियों को जानना भी होगा। इनकी एकतरफा
कार्रवाई को सामने लाना होगा।
www.bhrigupandit.com
उत्तर प्रदेश में गणतंत्र दिवस पर तिरंगा यात्रा निकालने वालों का एक वीडियो मीडिया में बार-बार
चलाया जा रहा है। इस वीडियो को ऐसे चलाया जा रहा है कि देखने वाला एक वर्ग यह समझे कि
उनके साथ जो कुछ हुआ ठीक हुआ। ऐसे कमैंटरी की जा रही थी कि वाहनों पर सवार निहत्थे
युवक तिरंगा लगाकर जैसे किसी पर हमला करने जा रहे हों। एक चैनल तो यहां तक कह रहा
था कि देखिए कि ये चीनी टोपी व पश्चिमी परिधान पहना युवक क्या तिरंगा यात्रा निकाल रहा है
या कुछ और करने जा रहा है। मीडिया ने यह नहीं दिखाया कि हमलावरों ने पहले से कैसे से
तैयारी की हुई थी। कहां से गोली चली और हमलावरों ने पत्थरबाजी कैसे की। जो लोग चंदन की
मौत खुश थे और इसे एक जीत मान रहे हैं,ये वीडियो उनके लिए है। देखो एक हीरो बनने जा रहे युवक को कैसे मार गिराया। किसी ने भी यह नहीं दिखाया या कि हमलावर कौन थे और
उनकी पृष्टि भूमि क्या थी। मरने और मारने वालों का धर्म क्या था। रेलगाड़ी में हुई लड़ाई के बाद
तुरंत मीडिया को पता चल गया था जुनेद किस धर्म का था और अवार्ड वापसी गिरोह सक्रिय हो
गया था। मीडिया व राजनेताओं के दिग्गज वहां उसके घर पहुंत गए थे। आज दर्शकों को केवल मूख दर्शक ही नहीं बनकर रहना होगा,इनकी चालाकियों को जानना भी होगा। इनकी एकतरफा
कार्रवाई को सामने लाना होगा।
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